नशा छुड़ाने के कई तरीके
नशे की लत छुड़ाना कोई आसान काम नहीं. दुनिया भर में इसके लिए कई अनोखे तरीके भी आजमाए जाते हैं....
थाई विधि
थामक्राबोक मठ में नशे की लत से छुटकारा पाने के इच्छुक लोग बौद्ध भिक्षुओं के बीच रहते हैं. वे सीखते हैं कि शरीर को हानिकारक तत्वों से कैसे मुक्त किया जाए. इस कार्यक्रम में शारीरिक और मानसिक परेशानियों को आध्यात्मिक तरीके से ठीक करने का दावा किया जाता है.
उल्टी करते रहो
नशे के आदी लोगों को यह कोर्स कम से कम दस दिन तक लगातार करना होता है. हर किसी को जड़ीबूटियों से बना एक मिश्रण पीना पड़ता है, इसे पीने से तुरंत ही उल्टी हो जाती है. यहां से निकलने से पहले उन्हें वादा करना होता है कि वे अब कभी दोबारा नशा नहीं करेंगे.
पूरी सफाई के लिए
पेरू में नशे के इलाज के लिए हर साल सैकड़ों लोग अयाउआस्का केंद्र जाते हैं. मरीजों को प्राकृतिक दवाएं दी जाती हैं. लेकिन पश्चिमी डॉक्टर कहते हैं कि उनकी इन दवाओं से वमन, अति पसीना आना, पेट खराब होना और डरावनी चीजें दिखने जैसी शिकायतें हो सकती है. यहां तक कि इनसे मरीज की मौत भी हो सकती है. कई देशों में यह प्रतिबंधित है.
धार्मिक तरीका
रियो दे जनेरो में यह पुनर्सुधार ग्रह आध्यात्मिक तरीकों पर आधारित है. केंद्र के बाहर ये लोग सुबह की प्रार्थना के लिए इकट्ठा हुए हैं. इन सभी को चर्च के पास ही रहने की भी जगह दी गई है.
जंजीरों से बांधकर
अमानुल्लाह की नशे की लत छुड़ाने के लिए उन्हें मजार के पास जंजीरों से 40 दिनों तक बांध कर रखा जाएगा. पूर्वी अफगानिस्तान में जलालाबाद के लोगों का मानना है कि नशे के लती, मानसिक रोगी और जिन पर आत्माओं का साया हो, उनका यही इलाज है. इन मरीजों को पानी, रोटी और काली मिर्च खाने को मिलती है.
ऊपरी मदद
स्थानीय लोगों का मानना है कि जंजीरों से इन्हें बांध कर रखने पर मीर अली बाबा उनकी मदद करेंगे. उन्हीं के नाम पर यह मजार बनाई गई थी. इस तरह की धारणाएं अफगानिस्तान ही नहीं दुनिया के कई देशों में आम हैं. कई जगह तो ऐसे मरीजों को नशा करने पर जान से मार दिया जाता है.
मजदूर ग्रह की तरह
अगर आप चीन में रहकर नशे के लती हैं तो आपको जेल भेजकर पुनर्सुधार कार्यक्रम लागू किया जा सकता है. कोकेन, हेरोइन या गांजे के साथ पकड़े जाने पर उसे इन सुधारगृहों में भेज दिया जाता है. चीन के गांसू प्रांत में ये मरीज ऐसे ही सुधारगृह में कसरत कर रहे हैं. कई मानव अधिकार संगठनों का कहना है कि चीन इन मरीजों से काम करवाकर उनका शोषण कर रहा है.
मौत के नजदीक
किरगिस्तान के एक डॉक्टर द्वारा तैयार की गई कोमा विधि शायद नशा छुड़ाने का सबसे खतरनाक तरीका है. इस इलाज में मरीजों को एक इंजेक्शन लगाया जाता है जिससे वे घंटों के लिए कोमा जैसी अवस्था में चले जाते हैं. माना जाता है कि जब वे दोबारा जागेंगे तो नशे की लत छूट चुकी होगी. कई विशेषज्ञ उनकी इस तकनीक को खतरनाक बताते हैं.
महंगा इलाज
कई बड़ी हस्तियां नशे से मुक्ति के लिए महंगे इलाज अपनाते हैं. अमेरिका का बेहद मशहूर बेटी फोर्ड क्लीनिक जहां पीट डोहेर्टी (तस्वीर में) और अन्य बड़े संगीतकार और अभिनेता अक्सर आते हैं. यहां मरीजों को सहूलियतों के बीच ऐसा एहसास होता है जैसे वे किसी महंगे होटल में ठहरे हुए हैं.
इलाज उपलब्ध ही नहीं
दुनिया भर में ऐसे लोगों की बड़ी तादाद है जिन्हें नशे की लत छुड़ाने के लिए इलाज ही मयस्सर नहीं. एक रिसर्च के मुताबिक अमेरिका में इस तरह के इलाज के जरूरतमंद लोगों में से मात्र 10.4 फीसदी को ही इलाज मिल पाता है. गरीब देशों में यह संख्या और भी कम है.