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रूस और ब्रिटेन के बीच फिर तनाव

५ जुलाई २०१८

ब्रिटेन में एक बार फिर नर्व एजेंट के जरिए दो लोगों की जान जोखिम में है. यह वही जहर है जिसका इस्तेमाल रूसी डबल एजेंट सेर्गेई स्क्रिपाल और उनकी बेटी पर किया गया था.

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Großbritannien Vergiftungen in Wiltshire
तस्वीर: picture-alliance/empics/Y. Mok

ब्रिटेन ने एक बार फिर रूस से जिम्मेदारी लेने की बात कही है, तो रूस ने फिर से आरोपों को बेबुनियाद करार दिया है. दरअसल ब्रिटेन के एमेसबरी इलाके में 45 वर्षीय एक महिला के अपने अपार्टमेंट में बेहोश होने की खबर आई. अभी उनका इलाज चल ही रहा था कि शाम को वहीं पर 44 वर्षीय डॉन स्ट्रूगेस भी बेहोश पाए गए.

डॉक्टरों को नर्व एजेंट के इस्तेमाल का शक हुआ और इन दोनों को सेलिसबरी के उसी अस्पताल में पहुंचाया गया जहां सेर्गेई स्क्रिपाल और उनकी बेटी का इलाज हुआ था. बुधवार शाम डॉक्टरों ने पुष्टि की कि दोनों मामलों में उसी जहर का इस्तेमाल हुआ है.

हालांकि जांच के दौरान अभी यह साफ नहीं हुआ है कि क्या पिछली बार वाला जहर ही अब भी सक्रीय है और लोगों के लिए खतरा बना हुआ है या फिर एक बार फिर हमला किया गया है. यह जरूर पता लगा लिया गया है कि दोनों मामलों में जहर बिल्कुल वही था.

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ब्रिटेन के रक्षा मंत्री बेन वैलेस ने इस बारे में कहा, "अभी हम इसी पूर्वानुमान पर काम कर रहे हैं कि या तो इन लोगों पर पिछले हमले का ही असर हुआ है और या फिर ये कुछ और है लेकिन हमें नहीं लगता कि सीधे इन्हीं को निशाना बनाया गया होगा."

वैलेस ने कहा कि रूस अभी भी अपने "गलत को सही" में बदल सकता है, अगर वह स्क्रिपाल पर किए गए हमले की पूरी जानकारी दे दे. उन्होंने कहा, "वो हमें बताएं कि क्या हुआ. उन्होंने क्या क्या किया. मैं रूस सरकार की ओर से फोन कॉल का इंतजार कर रहा हूं. हमारी तरफ से पेशकश है. अब ये उन पर है कि लोगों को सुरक्षित रखने के लिए मदद करें."

वहीं रूसी सरकार के प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव ने कहा कि उन्हें दोनों ही मामलों में खेद है लेकिन उनकी सरकार का इनसे कोई लेना देना नहीं है. अपने बयान में उन्होंने कहा, "वहां जो हो रहा है, उससे किसी भी तरह के संबंध से, रूस पहले भी स्पष्ट रूप से इंकार कर चुका है और अब भी स्पष्ट रूप से इंकार करता है."

पेस्कोव ने कहा कि ब्रिटेन रूस के संयुक्त जांच के प्रस्ताव को पहले ही ठुकरा चुका है. उन्होंने आगे कहा, "ब्रिटेन की ओर से इस मामले में रूस का हाथ होने का कोई प्रमाण पेश नहीं किया गया है, सिर्फ बेबुनियादी आरोप लगाए गए हैं."

ताजा मामला ब्रिटेन के एमेसबरी इलाके का है, जो सेलिसबरी से 13 किलोमीटर ही दूर है. पुलिस को पहले लगा कि इन दोनों लोगों ने पुराने या खराब हो चुके ड्रग्स लिए हैं जिसके कारण उनकी हालत बिगड़ी. लेकिन बाद में नोविचोक नर्व एजेंट की बात सामने आई.

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इसके बाद 100 पुलिसकर्मियों को इस मामले पर लगाया गया. ये लोग जहां जहां भी गए, उन जगहों को सील कर दिया गया है. इनमें एक चर्च, दवा की दुकान और एक पार्क भी शामिल है. यह उसी पार्क के करीब है जहां सेर्गेई स्क्रिपाल और उनकी बेटी को बेहोश पाया गया था.

ये मामला ऐसे समय में आया है जब रूस में फुटबॉल का वर्ल्ड कप चल रहा है और ब्रिटेन की टीम वहां खेल रही है. ऐसे में रूस इसे देश को बदनाम करने की ब्रिटेन की साजिश बता रहा है. एक सांसद सेर्गेई जेलेजन्याक ने कहा है कि यह ब्रिटिश सरकार के रूस विरोधी प्रोपेगंडा का हिस्सा है.

उन्होंने कहा कि यह ऐसे समय में हो रहा है जब ब्रिटेन से लोग अपनी टीम का उत्साह बढ़ाने के लिए रूस आए हैं और ब्रिटेन की सरकार को यह बर्दाश्त नहीं हो रहा कि उनके लोग रूस की सकारात्मक छवि देख रहे हैं.

आईबी/एके (एएफपी, रॉयटर्स)

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