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धोनी पर बरसे पूर्व क्रिकेट सितारे

१२ मई २०१०

भारत के पूर्व क्रिकेट सितारों ने टीम इंडिया के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी की जम कर आलोचना की और कहा कि उन्हें बहाने नहीं बनाने चाहिए. भारत टी 20 वर्ल्ड कप मुकाबले में लगातार तीन मैच हार कर बाहर हो गया है.

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बुरी तरह बिफरे दादातस्वीर: AP

भारत के सबसे सफल कप्तान रह चुके सौरव गांगुली ने कहा कि महेंद्र सिंह धोनी की टीम सेमीफाइनल में पहुंचने की हकदार थी ही नहीं. गांगुली ने कहा कि धोनी खामख्वाह आईपीएल को कसूरवार ठहरा रहे हैं. उन्होंने कहा, "आईपीएल एक घरेलू मुकाबला है, जहां खेल का स्तर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से बहुत कम होता है. वर्ल्ड कप जैसे मुकाबलों में आपको विश्व स्तरीय क्रिकेटरों के साथ खेलना पड़ता है."

भारत को 2003 के वनडे वर्ल्ड कप के फाइनल तक पहुंचाने वाले गांगुली ने कहा, "अगर आप इस तरह का क्रिकेट खेल रहे हैं तो वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में पहुंचने की उम्मीद नहीं कर सकते हैं." दादा ने कहा कि चयनकर्ताओं को टीम चुनते वक्त ज्यादा ध्यान रखना चाहिए और जो खिलाड़ी अच्छा प्रदर्शन नहीं कर रहे हैं, उनके साथ सख्ती से पेश आना चाहिए. गांगुली ने कहा कि युवराज सिंह ने पांच मैच में सिर्फ 18 की औसत से कुल 74 रन बनाए. भारत के पूर्व कप्तान ने कहा, "युवराज को अपना खेल देखना चाहिए. अगर वह लगातार अच्छा प्रदर्शन नहीं कर रहा है तो चयनकर्ताओं को सिर्फ उसके नाम की वजह से उसे टीम में शामिल नहीं करना चाहिए."

गौरतलब है कि युवराज सिंह और महेंद्र सिंह धोनी जैसे खिलाड़ियों को खुद सौरव गांगुली ने बढ़ावा दिया था और उन्हें टीम इंडिया में शामिल करने में उनकी बड़ी भूमिका रही थी. लेकिन मौजूदा टीम से बुरी तरह बिफरे हुए गांगुली ने कहा, "कुछ खिलाड़ियों को बहुत ज्यादा मौके मिले. लेकिन उन्होंने कुछ नहीं किया. वे लंबे वक्त तक टीम से जुड़े हैं और देश उनसे अच्छा प्रदर्शन चाहता है."

Sunil Gavaskar
गावस्कर भी गुस्सातस्वीर: AP

भारत के महान बल्लेबाजों में शामिल सुनील गावस्कर ने भी टीम के घटिया प्रदर्शन पर दुख जताया. उन्होंने कहा कि भारतीय बल्लेबाज शॉर्ट पिच की गेंदों को नहीं खेल पा रहे हैं. गावस्कर ने हिन्दुस्तान टाइम्स में अपने कॉलम में लिखा कि परिस्थिति के मुताबिक भारतीय क्रिकेटर नहीं ढल पाए.

टेस्ट मैच में पहली बार 10,000 रन का आंकड़ा पार करने वाले 1970 और 1980 के दशक के बेहतरीन बल्लेबाज गावस्कर ने लिखा, "यह बेहद दुखदायी है कि इंग्लैंड में पिछले साल वर्ल्ड कप के दौरान भारतीय बैट्समैन शॉर्ट पिच गेंदों को नहीं खेल पा रहे थे. लेकिन उन्हीं बल्लेबाजों को एक बार फिर टीम में शामिल किया गया."

आम तौर पर भारतीय टीम और धोनी की प्रशंसा करने वाले भारत के चैंपियन ऑफ चैंपियन्स रवि शास्त्री ने भी टीम को फटकार लगाई. उन्होंने कहा कि धोनी को अपने रवैये में बदलाव लाने की जरूरत है. शास्त्री ने कहा, "धोनी ने अब तक जितने भी टूर्नामेंट में भारत का प्रतिनिधित्व किया है, उनमें यह सबसे बुरा रहा. हालांकि इसके प्रमुख कारण को बता पाना मुश्किल है."

क्रिकेटर से कमेन्टेटर बने रवि शास्त्री ने कहा कि कभी कभी जिद्दी होना अच्छी बात है लेकिन कभी कभी आपको लचीला रुख भी अपनाना चाहिए.

रिपोर्टः एजेंसियां/ए जमाल

संपादनः महेश झा