देसी कोल्ड ड्रिंक
भारत में मई के महीने में चालीस पैंतालीस तक पारा पहुंचना कोई नई बात नहीं. आइसक्रीम, कोल्ड ड्रिंक कुछ देर के लिए तो राहत दे देते हैं, लेकिन असल में ठंडक क्या पहुंचाता है. देखें तस्वीरों में..
चिलचिलाती धूप
भरी गर्मी में छाता लेकर या टोपी पहन कर निकलना बुद्धिमानी है. बहुत गर्मी वाले इलाकों में लोग जेब में या टोपी में प्याज डाल कर भी निकलते हैं. कहते हैं प्याज लू से बचाता है.
नींबू पानी
मुंबई, कोलकाता जैसे शहरों में जहां ऊंचे पारे के साथ पसीना भी बहुत आता है, वहां पानी पीने के अलावा कुछ ताजगी दे सकता है तो वह है नींबू पानी. बस प्रदूषित पानी से सावधान रहें.
दही की लस्सी
दही की छाछ बना कर, उसमें हल्का सा नमक, चुटकी भर चीनी और धनिया पुदीना डाल कर हल्का सा ठंडा कर लें, बस बढ़िया कोल्ड ड्रिंक तैयार.
नारियल पानी
वैसे तो आजकल भारत में हर जगह नारियल पानी मिल जाता है. गर्मियों के लिए एकदम बढ़िया पेय. कैलोरी भी नहीं और ताजगी 100 फीसदी.
कैरी का पना
कच्चे आम यानी कैरी को उबाल कर या सेंक कर उसका गूदा निकाल लिया जाता है और फिर पानी के साथ शकर या गुड़ मिलाकर मीठा या हल्का सा नमकीन पेय पिया जाता है. गर्मियों में ये बहुत पसंद किया जाता है.
और भी पेय
कोंकण इलाके में कोकम या अमसूल का पेड़ होता है. अमसूल का शर्बत गर्मी में बहुत अच्छा होता है. पित्त के कारण शरीर पर होने वाली खुजली खत्म करने में भी ये असर कारक होता है.
ठेठ देसी
बाजार में रंग बिरंगे कितने ही कोल्ड ड्रिंक मिलते हों लेकिन घर के बनाए की बात ही कुछ और है. राजस्थान सहित देश के कई हिस्सों में गुड़ और इमली को पानी में मिला कर पिया जाता है ताकि गर्मी सिर न चढ़े.
अपना ही अच्छा
जितनी ज्यादा चीनी वाला पेय पिएंगे उतनी ही ज्यादा प्यास लगेगी. इसलिए कोला या दूसरे मीठे कोल्ड ड्रिंक की जगह देसी उपायों पर गौर करें.