दुनिया भर में ऐसे छाए क्रिसमस के रंग
क्रिसमस ऐसा त्योहार है जिसका जश्न आपको दुनिया के हर कोने में दिखाई देता है. डीडब्ल्यू ने दुनिया भर से इसी जश्न की चुनिंदा तस्वीरें आपके लिए जुटाई है. देखिए.
सर्दी की परवाह किसे है
सर्दी चाहे जितनी भी हो, लोग सैंटा को देखने जरूर बाहर निकलते हैं. आर्टकिट सर्किल के उत्तर में स्थित फिनलैंड के इस गांव में माइनस 26 डिग्री सेल्सियस तापमान में भी लोगों ने सैंटा का बेसब्री से इंतजार किया.
बेलारूसी क्रिसमस
यह नजारा है बेलारूस की राजधानी मिंस्क का है जहां फादर फ्रॉस्ट और स्नो मेडन ने क्रिसमस पर इस तरह लोगों का अभिवादन किया. फादर फ्रॉस्ट सैंटा क्लॉज की तरह हैं, जिनका जिक्र स्लाविक पुराणों में मिलता है.
बेथलेहम का बैंड
बेथहेलम में जिस जगह को ईसा मसीह का जन्म स्थान माना जाता है, वहां आज चर्च ऑफ नेटिविटी है. क्रिसमस के मौके पर एक फलस्तीनी बैंड ने वहां परफॉर्म किया. दुनिया भर से ईसाई श्रद्धालु यहां आते हैं.
बेघरों का क्रिसमस
मेक्सिको के तिजुआन में यह शेल्टर होम अमेरिका जाने के लिए निकले मध्य अमेरिकी प्रवासियों के लिए बनाया गया है. यहां लगे क्रिसमस ट्री पर कोई सजावट नहीं है. इससे प्रवासियों के जीवन की नीरसता और सूनापन दिखता है.
हाउस फुल सेलिब्रेशन
जर्मन राजधानी में बर्लिन यूनियन फुटबॉल क्लब के फैंस ने अपने घरेलू स्टेडियम को छोटी छोटी मोमबत्तियों से रोशन किया और क्रिसमस कैरल गाए. बीते 16 साल से वे ऐसा कर रहे हैं और इसके 28.5 हजार टिकट हाथों हाथ बिक गए.
लहरों के बीच क्रिसमस
ऑस्ट्रेलिया में दिसंबर साल के सबसे गर्म महीनों में से एक होता है. ऐसे में क्रिसमस पर ये दो महिलाएं सैंटा बन कर बूंडी बीच पर लहरों में उतरी हैं. इनकी तरह बहुत से लोग वहां बीच पर क्रिसमस मनाते हैं.
हांगकांग में क्रिसमस
बड़ा सा क्रिसमस ट्री और छोटा सा ब्रास बैंड. यह क्रिसमस का नजारा हांगकांग के स्टैच्यू स्क्वैयर का है. क्रिसमस की छुट्टी चीनी परंपराओं का हिस्सा तो नहीं है, लेकिन इस शहर ने क्रिसमस को अपना लिया है.
हमलों की याद
इंडोनेशिया के सुराबाया में सैकड़ों ईसाईयों ने रोशनियों के बीच इस तरह क्रिसमस का उत्सव मनाया. यह जगह राजधानी जकार्ता से 740 किलोमीटर दूर है. मई 2018 में सुरबाया के तीन चर्चों को आत्मघाती हमलों में निशाना बनाया गया था.
क्रिसमस का आशीर्वाद
वेटिकन में सेंट पीटर्स बैसेलिका में पोप फ्रांसिस बाल यीशु की मूर्ति को चूमते हुए. इस मौके पर अपने संबोधन में पोप ने दुनिया भर के ईसाईयों से कहा कि वे तड़क भड़क और लालच को त्यागें और सादगी को अपनाएं.