दुनिया के सबसे प्यासे चार देश ये हैं
दुनिया की आधी आबादी पानी की किल्लत झेल रही है. जलवायु परिवर्तन और तेजी से बढ़ती आबादी को देखते हुए आने वाले सालों में समस्या और विकट हो सकती है. लेकिन सबसे ज्यादा पानी की किल्लत से जूझने वाले देश कौन से हैं, जानिए.
नाइजर
अफ्रीकी देश नाइजर की आबादी लगभग दो करोड़ है जिसमें से आधे लोगों को पीने का साफ पानी मयस्सर नहीं है. वहां हर 10 लोगों में से सिर्फ एक व्यक्ति के पास शौचालय की ठीक ठाक सुविधा है. नाइजर में दुनिया की सबसे ऊंची प्रजनन दर है जहां प्रति महिला सात बच्चों का औसत है. वहां हर साल डायरिया की वजह से 12 हजार से ज्यादा बच्चे मारे जाते हैं.
पाकिस्तान
पाकिस्तान की दस प्रतिशत आबादी के पास पीने का पर्याप्त साफ पानी नहीं है. देश की आबादी 2.4 प्रतिशत सालाना की रफ्तार से बढ़ रही है. प्रति व्यक्ति पानी की मात्रा वहां दशकों से लगातार घट रही है. 1947 में बंटवारे के वक्त पाकिस्तान में प्रति व्यक्ति पांच हजार क्यूबिक मीटर पानी था जो अब घट कर एक हजार क्यूबिक मीटर रह गया है.
सोमालिया
सोमालिया में पानी के मौजूदा संकट की सबसे बड़ी वजह वहां सालों से पड़ रहा सूखा है. इससे खेती और खाद्य उत्पादन पर सीधा असर पड़ा है. देश की सिर्फ 45 प्रतिशत आबादी की पीने के पानी के सुरक्षित स्रोतों तक पहुंच है. इससे वहां गंदे पानी से होने वाली बीमारियों खास कर हैजा फैलने का खतरा पैदा हो गया है.
सूडान
सूडान की आबादी 4.3 करोड़ है और वहां घरेलू इस्तेमाल का सिर्फ दो प्रतिशत पानी ही उपलब्ध है. सूडान का ज्यादातर पानी इथोपिया से आता है और उसकी उलब्धता सिर्फ जलवायु परिवर्तन से नहीं, बल्कि जल प्रबंधन को लेकर इथोपिया की सरकार के फैसलों से भी निर्धारित होती है.
सूखता पानी
पौलेंड के काटोवित्से में जलवायु सम्मेलन के दौरान जल संकट एक बड़ी चिंता का विषय है. दुनिया की तेजी से बढ़ती जनसंख्या, शहरीकरण और खेती में पानी की बढ़ती मांग के कारण जल आपूर्ति के स्रोतों पर बहुत दबाव है. पर्यावरण कार्यकर्ता तुरंत जल संकट से निपटने के लिए उपायों पर जोर देते हैं.