दुनिया की 10 दिल दहला देने वाली हत्याएं
कुछ हत्याओं ने इतिहास का रुख बदल दिया. अमेरिका से ले कर भारत तक, जानिए वे कौन से मशहूर नेता हैं, जिन्हें जनता अपना हीरो मानती रही और यही उनकी मौत का कारण भी बन गया.
राजीव गांधी
21 मई 1991 को प्रधानमंत्री राजीव गांधी चुनाव प्रचार के लिए चेन्नई के करीब श्रीपेरंबुदूर पहुंचे. वे भाषण देने के लिए मंच की ओर बढ़े, इस दौरान कई लोगों ने उनके गले में फूलों के हार डाले. तभी भीड़ में भानु नाम की एक महिला ने उनके पैर छूए और अपने शरीर पर लगी बारूद की बेल्ट से विस्फोट किया. इस आत्मघाती हमले में 14 अन्य लोगों की जान गयी.
इंदिरा गांधी
ऑपरेशन ब्लूस्टार के बाद इंदिरा गांधी देश भर में सिख समुदाय में काफी अलोकप्रिय हो गईं. लेकिन इसके बावजूद उन्होंने अपने सिख सुरक्षाकर्मियों को नहीं हटाया. 31 अक्टूबर 1984 को सतवंत सिंह और बेअंत सिंह नाम के उनके सुरक्षाकर्मियों ने उन पर गोलियां बरसाईं. सतवंत सिंह ने उन पर मशीन गन से गोलियों के 30 राउंड दागे.
बेनजीर भुट्टो
वे पाकिस्तान पीपल्स पार्टी के संस्थापक और पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री जुल्फिकार अली भुट्टो की बेटी थीं. 1988 में वे देश की पहली महिला प्रधानमंत्री बनीं. दो साल बाद उन्हें भ्रष्टाचार के आरोप में बर्खास्त कर दिया गया. 1993 में एक बार फिर उन्होंने सत्ता संभाली और 1996 में फिर से बर्खास्ती हुई. 27 दिसंबर 2007 को एक चुनावी रैली के बाद आत्मघाती हमलें में उनकी जान गई.
महात्मा गांधी
बापू ने भारत को आजादी तो दिलाई लेकिन आजाद भारत में वे बहुत लंबा समय नहीं बिता पाए. 30 जनवरी 1948 को नाथूराम गोडसे से उनके सीने में तीन गोलियां दागी. गोडसे का आरोप था कि बापू ने मुसलमानों को हिन्दुओं की तुलना में ज्यादा तवज्जो दी.
अब्राहम लिंकन
वे अमेरिका के 16वें राष्ट्रपति थे. अमेरिका में चल रहे गृह युद्ध के दौरान वे सत्ता में आए. उन्होंने देश में कई बड़े बदलाव किए और सबसे बढ़ कर गुलामी पर रोक लगाई. 15 अप्रैल 1865 को जॉन बूथ नाम के व्यक्ति ने गोली मार कर उनकी हत्या कर दी. वह अश्वेत लोगों को मताधिकार देने की बात पर लिंकन से नाराज था.
मार्टिन लूथर किंग जूनियर
अमेरिका में नागरिक अधिकारों के लिए चले आंदोलन में वे सबसे अहम शख्स थे. अमेरिका में अश्वेत लोगों को मुख्य धारा में लाने में उनकी बड़ी भूमिका रही. 1963 का उनका भाषण "आय हैव अ ड्रीम" आज भी लोगों की जबान पर है. 4 अप्रैल 1968 को जेम्स अर्ल रे ने उन पर गोली चलाई. मार्टिन लूथर किंग जूनियर उस वक्त अपने होटल की बालकनी में खड़े थे.
जॉन एफ केनेडी
वे अमेरिका के 35वें राष्ट्रपति थे. 22 नवंबर 1963 को वे टेक्सास राज्य में चुनाव प्रचार कर रहे थे. इस दौरान उनकी कार की छत खुली हुई थी. पास ही में मौजूद एक इमारत के छठे माले से गोलियां चलाई गयी थीं. हार्वे ऑस्वाल्ड नाम के शख्स को इस मामले में गिरफ्तार किया गया. दो दिन बाद जेल ले जाते वक्त ऑस्वाल्ड की भी गोली मार कर हत्या कर दी गयी.
रॉबर्ट एफ केनेडी
वे जॉन एफ केनेडी के छोटे भाई थे और राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार. 5 जून 1968 को लॉस एंजेलेस के होटल एम्बैसेडर में उन पर गोली चलाई गयी. अगले दिन अस्पताल में उन्होंने दम तोड़ दिया. उन पर महज एक इंच की दूरी से तीन गोलियां चलाई गयी थीं. हमलावर की पहचान फलस्तीनी आप्रवासी सिरहन सिरहन के रूप में हुई.
शेख मुजीबुर रहमान
वे बांग्लादेश के पहले राष्ट्रपति थे और हत्या के वक्त देश के प्रधानमंत्री. 15 अगस्त 1975 को बांग्लादेशी सेना के कुछ अधिकारी प्रधानमंत्री निवास में घुस आए और उनके पूरे परिवार पर हमला कर दिया. इरादा देश में सैन्य शासन लागू करने का था. इस तख्तापलट में प्रधानमंत्री समेत उनकी पत्नी, बेटे, छोटे भाई और नौकरों की भी जान गयी.
जनरल आंग सान
वे म्यांमार की नेता आंग सान सू ची के पिता थे. उन्हें बर्मा को अंग्रेजों से आजादी दिलाने का श्रेय जाता है. लेकिन आजादी की घोषणा से छह महीने पहले ही उनकी हत्या कर दी गयी. 19 जुलाई 1947 को रंगून में बैठक चल रही थी जिसमें ब्रिटिश सरकार द्वारा सत्ता के समर्पण पर चर्चा चल रही थी. इसी दौरान बंदूकधारियों ने जनरल आंग सान समेत उनके छह मंत्रियों, भाई और पिता की हत्या कर दी.