त्योहार में पेट का रखें ख्याल
त्योहार में उल्टा पुल्टा खाना और फिर पेट में दर्द और बदहज्मी. कभी ज्यादा खा लिया तो कभी नींद पूरी नहीं होने से पेट पर जुल्म. कुछ बातों का ख्याल रख आप इनसे बच सकते हैं.
पेट भर खाने के बाद भी हम कई बार और खा लेते हैं. पेट के लिए इसे पचाना मुश्किल होता है. पेट में दर्द या बार बार टॉयलेट जाना सिर्फ पेट से जुड़ी बीमारियों के कारण नहीं बल्कि उल्टा सीधा खाने से भी होता है.
पेट में गड़बड़ी की बड़ी वजह बदहज्मी हो सकती है. उत्साह या अक्सर घबराहट में भी हम ज्यादा खा लेते हैं. लेकिन तकलीफ की वजह वायरस भी हो सकता है. जल्द राहत न होने पर डॉक्टर को दिखाएं.
मानव शरीर में पाचन के लिए करीब आठ मीटर लंबी आंत होती है. खाने में कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन या वसा, कुछ भी हो सब आंतों में जाकर घुल जाता है. इनमें से पोषक तत्व आंतों की दीवारें सोख लेती हैं, बाकी बाहर निकल जाता है.
छोटी आंत पेट की सफाई के लिए जिम्मेदार होती है. पेट में गड़बड़ तब होती है जब उसपर उसके सामर्थ्य से ज्यादा बोझ डाल दिया जाता है. नियमित रूप से हर रोज 30 मिनट चलने, सेहतमंद खानपान और हल्की फुल्की कसरत शरीर को पेट की समस्याओं से मुक्त रख सकते हैं.
पेट से प्यार है तो उतना ही खाएं जितनी जरूरत हो. पेट का ठीक रहना शरीर के दूसरे अंगों के ठीक रहने में भी मदद करता है. शरीर स्वस्थ होगा तो आपका आत्मविश्वास भी बरकरार रहेगा. खाने में कई तरह के अनाज, फल, सब्जियों और दही को प्राथमिकता देनी चाहिए.
सुबह बगैर कुछ खाए पिए गुनगुना पानी पीना पेट के लिए अच्छा है. सुबह शौच जाने की आदत भी अच्छी है. इससे न सिर्फ आपका शरीर बल्कि दिन भी अच्छा रहेगा.
हर रोज कम से कम दो लीटर पानी पीना चाहिए. सब्जियों और फल के अलावा कॉफी भी शरीर में रक्त के प्रवाह को संतुलित रखने में मदद करती है.
पेट की गड़बड़ के लिए कई बार तनाव और थकान भी जिम्मेदार होते हैं. ऐसा होने पर आराम करें. फायदा न होने पर डॉक्टरी मदद लेनी चाहिए.
कई बार पेट का हल्का मसाज भी पेट को ठीक करने में मदद करता है. आप खुद भी हल्के हाथों से पेट की मालिश कर सकते हैं. गुनगुने पानी से पेट धोना या गर्म पानी की बोतल से सिकाई अन्य उपाय हैं. रात का खाना सोने से तीन घंटे पहले खा लेना चाहिए.
कई बार पेट में तकलीफ की वजह शरीर में खून की कमी भी हो सकती है. यह समस्या महिलाओं में पुरुषों के मुकाबले ज्यादा आम है. पेट में तकलीफ होने पर अगर जल्द आराम न हो तो शीघ्र डॉक्टर को संपर्क करें.
यात्रा के दौरान खानपान के अलावा आबोहवा भी बदल जाती है. अगर आपको पहले से ही तरह तरह के खानों की आदत है, तो यात्रा के दौरान पेट के गड़बड़ होने की संभावनाएं कम हो जाती हैं.