तेलंगाना पर आंध्र बंद
४ अक्टूबर २०१३कुछ ही दिन पहले 16 महीने की जेल से बाहर आए रेड्डी आंध्र प्रदेश के लोकप्रिय मुख्यमंत्री वाईएस रेड्डी के बेटे हैं. हेलीकॉप्टर दुर्घटना में वाईएस रेड्डी की मौत के बाद जगमोहन रेड्डी ने अपनी अलग पार्टी बनाई. जगमोहन शुरू से अलग तेलंगाना राज्य का विरोध कर रहे हैं. उनका कहना है, "कांग्रेस को सीट चाहिए और टीडीपी को ज्यादा वोट. इसी वजह से दोनों साथ आ गए हैं."
इस बीच मानव संसाधन मंत्री पल्लम राजू और केंद्रीय पर्यटन मंत्री के चिरंजीवी ने भी विरोध में अपना इस्तीफा दे दिया है. अभिनेता से राजनेता बने चिरंजीवी ने अपना इस्तीफा प्रधानमंत्री को फैक्स किया.
इससे पहले कैबिनेट ने गुरुवार को अलग तेलंगाना राज्य के गठन को आखिरी मंजूरी दे दी, जिससे उसका 29वां भारतीय राज्य बनने का रास्ता साफ हो गया. तय किया गया है कि हैदराबाद 10 साल तक दोनों राज्यों की राजधानी बना रहेगा. फैसले के बाद आंध्र प्रदेश के इलाकों में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है. जहां तेलंगाना क्षेत्र के लोगों में इस बात को लेकर खुशी है, वहीं आंध्र प्रदेश के दूसरे हिस्सों में लोग इस बंटवारे के हक में नहीं हैं. आंध्र प्रदेश में कुल 23 जिले हैं, जिसमें से 10 नए राज्य में चले जाएंगे.
हालांकि इसके बाद भी नए राज्य के गठन में छह महीने का वक्त लग सकता है. इसके लिए संसद में सामान्य बहुमत से राज्य पुनर्गठन बिल को भी पास कराना होगा. मंत्रियों के एक समूह ने इस पर काम शुरू कर दिया है. इस समूह में गृह मंत्री, वित्त मंत्री, मानव संसाधन, स्वास्थ्य, सिंचाई, ऊर्जा, पर्यावरण और वन मंत्री शामिल हैं.
कैबिनेट की बैठक में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा कि अलग राज्य के गठन से इलाके के विकास में मदद मिलेगी. इससे पहले गैर तेलंगाना क्षेत्र के सांसदों और मंत्रियों ने आखिरी मौके तक इस फैसले को टलवाने की कोशिश की. उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से इस पर विचार करने का आग्रह किया लेकिन अलग राज्य पर फैसला बहुत पहले ही किया जा चुका था.
एजेए/ओएसजे (पीटीआई)