तेल रिसाव से मिली नौकरी
११ जुलाई २०१०चमकते सूरज की तपती हुई गर्मी के बीच पसीने से नहाए कुछ लोग मिसिसीपी में सागर के रेतीले किनारों पर फैले तेल की सफाई में जुटे हैं. अमेरिका के इतिहास में सबसे बड़े पर्यावरण संकट ने इन लोगों को बढ़िया कमाई वाली नौकरी दे दी है. 33 साल के लैरी एडम कहते हैं ' मुझे पर्यावरण के लिए बुरा लगता है, बड़ी संख्या में मछुआरों के लिए भी संकट पैदा हो गया है लेकिन मैं इसे नौकरी के रूप में भी देखता हूं'. लैरी अलाबामा में अपना घर छोड़कर यहां आ गए और सफाई के काम में जुटी एक नाव के कैप्टेन बन गए. लैरी को हर दिन 12 घंटे के काम के लिए 300 डॉलर मिलते हैं और पिछले 10 हफ्तों से उन्होंने एक दिन की भी छुट्टी नहीं ली है. लैरी को उम्मीद है कि ये काम जल्दी खत्म नहीं होगा. अलास्का में 21 साल पहले हुए तेल रिसाव की सफाई का काम अब तक चल रहा है.
एक अनुमान के मुताबिक अब तक 21 से 41 लाख बैरल तेल मेक्सिको की खाड़ी में बह चुका है. जानकारों का कहना है कि तेल की सफाई करने में कई साल लगेंगे. खाड़ी से जुड़े पांचो राज्यों टेक्सास, लुईसियाना, मिसिसीपी, अलाबामा और फ्लोरिडा के सागर तटों पर तेल फैल चुका है. इसकी वजह से मछुआरों की रोजी रोटी छिन गई है और तटीय इलाकों में रहने वाले हजारों लोगों के सामने संकट पैदा हो गया है. इलाके की सफाई के लिए करीब 7000 नावों को लगाया गया है. इसमें 46000 से ज्यादा लोग काम कर रहे हैं. हालांकि इसके बावजूद इतनी नौकरियां नहीं हैं कि हर किसी को काम मिल सके. वेवलैंड में सफाई केंद्र के गेट पर ड्यूटी करने वाले हैरॉल्ड मैककॉल कहते हैं कि हर दिन बड़ी संख्या में लोग काम मांगने वहां पहुंच रहे हैं. मैककॉल पिछले कई महीनों से काम की तलाश में थे तभी उनका एक दोस्त उन्हें यहां ले आया. इससे पहले मैककॉल एक बोट पर काम करते थे. 2008 में आए चक्रवात ने किनारों पर बड़ी तबाही मचाई. सबकुछ खत्म हो गया और कंपनी के पास भी इतने पैसे नहीं थे कि वह दोबारा काम शुरू करती. ऐसे में काम की तलाश में दूसरे लोगों के साथ वो भी इलाके से बाहर निकल गए.
मिसिसिपी में ही सड़क से काफी नीचे पीली जर्सी पहने कर्मचारी किनारों की सफाई में जुटे हैं खतरनाक गर्मी की चेतावनी उन्हें बार बार काम छोड़कर जाने के लिए मजबूर करती है. यहां का तापमान करीब 34 डिग्री और नमी 58 फीसदी है. माइकल हॉउसन ने छह हफ्ते पहले अपना घर छोड़ा और सफाई कर्मचारियों के साथ डिप्टी सुपरवाइजर के रूप में काम करने लगे. माइकल ने बड़ी संख्या में मारे गए कछुए, पेलिकन, केकड़े औऱ दूसरे जीवों को देखा है. माइकल को कार जितने बड़े-बड़े तेल के धब्बे समंदर की छाती पर लहराते हुए अक्सर दिख जाते हैं. समंदर की हर लहर अपने साथ बड़ी मात्रा में जमा हुआ तेल भी ले आती है. माइकल नाराज हैं कि अब तक रिसाव की जगह को बंद नहीं किया जा सका है. वो कहते है' ये सिर्फ समंदर को ही नहीं सारे जीवों और इंसानों को भी मार डालेंगे'.
इस बीच तेल कंपनी बीपी का कहना है कि रिसाव रोकने के लिए शनिवार को लगाया गया नया ढक्कन अगले कुछ दिनों में काम करना शुरू कर देगा. इस ढक्कन ने पहले से मौजूद खराब ढक्कन को हटा दिया है. नया ढक्कन सतह पर मौजूद जहाजों को ज्यादा तेल जमा करने में मदद करेगा. हालांकि इसे काम करना शुरू करने में कम से कम चार से सात दिन का समय लगेगा. इससे पहले तेल का उफान रोकने वाले मशीन बीओपी के एक हिस्से को निकालना होगा. इसी मशीन में खराबी आने की वजह से 20 अप्रैल को धमाका हुआ जिसके बाद सागर में तेल का उफान उमड़ पड़ा. पानी के नीचे काम करने वाले रोबोट हाइड्रोलिक मशीनों के जरिए इसे खोल कर अलग करने में जुटे हैं. तेल जमा करने वाला तीसरा जहाज हेलिक्स भी इस रविवार से तेल इकट्ठा करने के काम में जुट जाएगा. बीपी को उम्मीद है कि हेलिक्स के काम शुरू करने के बाद वो 60 हजार से 80 हजार बैरल तक तेल रोज जमा कर लेंगे.
रिपोर्टः एजेंसियां/ एन रंजन
संपादनः आभा एम