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तेल के कुएं में सीमेंट भरने का काम खत्म

६ अगस्त २०१०

ब्रिटिश पेट्रोलियम कंपनी बीपी ने मेक्सिको की खाड़ी में तेल रिसाव को खत्म करने के लिए कुएं में सीमेंट भरने का काम खत्म कर लिया है. अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने कहा बीपी के लिए बड़ी राहत.

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तस्वीर: AP

मेक्सिको की खाड़ी में तेल रिसाव आखिरकार बंद हो ही गया. बीपी ने कंपनी तेल के कुएं में सीमेंट भरने का काम पूरा कर लिया है. इस सप्ताह की शुरुआत से ही पाइप में भारी मिश्रण डालना शुरू किया गया था जिसका आखिरी कदम इस कुएं को सीमेंट डाल कर बंद करना था.

बीपी कंपनी ने अपने बयान में कहा, कुएं का निरिक्षण चल रहा है. ताकि ये पता चल सके कि ये प्रक्रिया कितनी प्रभावी है.

समुद्र में दसियों लाख बैरल कच्चे तेल के लगातार जारी भारी रिसाव को बंद करने की प्रक्रिया में कंपनी की सफलता के बाद, अमरीकी अधिकारियों ने उसे रिसाव वाले तेलकूप का मुंह सीमैंट से बंद करने के इस काम की अनुमति दी थी. इससे पहले, 'स्टेटिक किल' कहलाने वाली प्रक्रिया के तहत बी पी के कर्मचारियों ने तेल कूप में भारी कीचड़ पंप करके तेल के रिसते प्रवाह को बंद कर दिया.

Static Kil - Manöver läuft
तस्वीर: dpa

रिसाव के सिलसिले में सरकारी प्रयासों के प्रमुख थैड ऐलन ने कहा, "हम तेलकूप की उस गतिहीन स्थिति पर पहुंच गए हैं, जिसके बाद हमारा गहरा विश्वास है कि अब पर्यावरण में तेल का और रिसाव नहीं होगा."

राष्ट्रपति ओबामा ने इस सफलता पर संतोष व्यक्त करते हुए कहा, "रिसाव को बंद करने और तेल का प्रवाह रोकने का लंबा संघर्ष आख़िरकार समाप्ति के निकट है, और हमें इसकी बहुत ख़ुशी है. "

जैसा कि ओबामा ने कहा, यह संघर्ष समाप्ति के निकट है, यानी अभी पूरी तरह समाप्त नहीं हो गया है.

संघीय अधिकारियों ने कहा है कि सीमेंट 18,000 फ़ुट की गहराई वाले एक राहत-कूप के रास्ते पहुंचाया गया. कंपनी ने कहा है कि इस प्रक्रिया का उद्देश्य तेलकूप को निष्क्रिय और अलग-थलग कर देना है. राहत कूप का काम अगस्त के मध्य तक समाप्त हो जाने की आशा है.

इस बीच, एक संघीय रिपोर्ट के अनुसार, खाड़ी में रिसे हुए तेल का अब केवल लगभग एक चौथाई शेष बचा है और वह भी तेज़ी से रासायनिक रूप से विकृत हो रहा है. बाक़ी तेल का प्रवाह या तो रोक लिया गया है, उसे सफलतापूर्वक निकाल लिया गया है या वह किसी और रूप में लुप्त हो गया है.

लेकिन ज़ाहिर है, खाड़ी के अनेक लोगों के लिए यह बात तसल्ली का कारण नहीं बन सकी है, जिनकी रोज़ी-रोटी मछली पालन और पर्यटन जैसे उद्योगों पर निर्भर है. स्वाभाविक है कि इसे लेकर उस इलाक़े के निवासियों में भारी रोष है.

अमेरिकी वैज्ञानिकों का अनुमान है कि क्षतिग्रस्त कूप से लगभग पचास लाख बैरल तेल का रिसाव हुआ है, जिसके परिणाम में खाड़ी क्षेत्र में पर्यावरण का और आर्थिक रूप से भारी नुक़सान हुआ है. रिसाव के नतीजे में हुए नुक़सान की भरपाई के लिए बी पी का सामना कोई 30 अरब डॉलर की लागत से है.

रिपोर्टः गुलशन मधुर, वॉशिंगटन

संपादनः आभा एम

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