तीन साल बाद निकाला जा रहा है मलबा
तीन साल पहले, दक्षिण कोरिया में सीवोल नौका के पलटने से इसमें सवार सभी 300 लोगों की डूबने से मौत हो गई थी. अब इस नाव के मलबे को निकाला जा रहा है.
1,073 दिन रहा पानी के भीतर
पूरे 1,073 दिन पानी में रहने के बाद दक्षिण कोरिया प्रशासन इस डूबी नौका का मलबा बाहर लाने में सफल हो सका है. तस्वीर में नजर आ रहा है कि कैसे दो विशाल नौकाओं के बीच जहाज के मलबे को फंसाकर ले जाया जा रहा है.
तकनीकी सफलता
गोताखोरों ने समुद्र तल से मलबे को निकालने के लिये इसके नीचे 33 लिफ्टिंग बीम लगाये. इन लिफ्टिंग बीम के दोनों छोर पर 66 स्टील केबल को जोड़ा गया और इनकी मदद से मलबे को ऊपर खींचा गया.
अब भी है उम्मीद
दक्षिण कोरिया ने कहा कि इस बचाव अभियान का उद्देश्य नौ लापता लोगों की जानकारी जुटाना है. पीड़ितों के परिवार इसकी मांग करते रहे हैं. तस्वीर में नजर आ रहा एक परिवार इस बचाव कार्य को गौर से देखता हुआ.
भयानक दुर्घटना
इस दुर्घटना में 300 लोगों की जान गई थी, जिनमें से अधिकतर स्कूली बच्चे थे. दुर्घटना का कारण अब तक स्पष्ट नहीं हो सका है. लेकिन कार्गो में अनुचित भंडारण के साथ अन्य लापरवाहियों को घटना के लिये जिम्मेदार माना गया.
कमजोर बचाव
नाव के कप्तान ली जून-सियोक यात्रियों को नाव में छोड़कर भाग निकले थे. कप्तान की लापरवाही को इन मौतों के लिये जिम्मेदार माना गया और आजीवन कारावास की सजा दी गई. अन्य क्रू सदस्यों को 2 से 12 साल तक की सजा हुई.
मोकोपो बंदरगाह
मलबे को 13 मीटर तक खींच कर पनडुब्बी जहाज में डालकर 90 किमी की दूरी पर स्थित मोकोपो के बंदरगाह पर ले जाया जायेगा. इस पूरी प्रक्रिया में तकरीबन दो हफ्ते का समय लग सकता है. (एए/आरपी)