ड्रोन की नजर से ग्रेट बैरियर रीफ
ड्रोन से मिलने वाली तस्वीरें दुनिया भर में ना केवल वैज्ञानिक शोध को आगे बढ़ाने में बल्कि सरंक्षण के प्रयासों में भी अहम भूमिका निभा रही हैं. इसका एक उदाहरण सागर का सबसे विशाल कोरल रीफ सिस्टम ग्रेट बैरियर रीफ है.
साइंस का वाइड एंगल
पर्यावरण विज्ञानी कैरेन जॉइस ने ग्रेट बैरियर रीफ पर अपने रिसर्च के दौरान सागरीय जीवन का शानदार नजारा देखा. ड्रोन से मिली इस फोटो में रीफ के पश्चिम हिस्से में हेरॉन द्वीप नजर आ रहा है. तस्वीर में दिखती दो चपटी, डिस्क जैसी चीजें रे मछलियां हैं.
खोज का लक्ष्य
जॉइस ने फ्लाइंग रोबोटों को पहले से ही प्रोग्राम करने उड़ा दिया. रिमोट कंट्रोल और कंप्यूटर से नियंत्रित किए जाने वाले ड्रोन कैमरा से खींची गई तस्वीरों को मिशन के पूरा होने के बाद डॉउनलोड किया जा सकता है. इस तस्वीर में हेरॉन रीफ फ्लैट का दक्षिणी हिस्सा और विस्तारी रीफ नजर आ रहे हैं.
कलाकार प्रकृति
ग्रेट बैरियर रीफ समुद्र के नीचे पाए जाने वाले कई तरह के जीवों का समूह है. हेरॉन द्वीप में हवा में करीब 66 फीट की ऊंचाई से ली गई इस फोटो में साफ दिखते कोरल और एल्गी किसी कलाकार की रचना जैसे सुंदर दिखते हैं. ड्रोन से दिखने वाले लाइव दृश्य कंप्यूटर में भी भेजे जाते हैं लेकिन वे कम रिजॉल्यूशन के होते हैं.
बड़े खतरे से सुरक्षित दूरी
बाईं तरफ हेरॉन द्वीप के बोट चैनल में आराम से तैरती शार्क मछलियां नजर आती हैं. दाईं ओर घने कोरल दिखते हैं. ड्रोन तकनीक की मदद से जॉइस जैसे रिसर्चरों को इलाके का सर्वे करने के लिए खुद इन मुश्किल और खतरनाक इलाकों में जाना नहीं पड़ता. वे उन इलाकों को भी देख सकते हैं जहां स्नॉर्केलिंग या स्कूबा डाइविंग नहीं संभव है.
उच्च गुणवत्ता वाली जानकारी
ड्रोन की मदद से वैज्ञानिक हाई रिजॉल्यूशन वाली ऐसी जानकारी पाते हैं जो उपग्रह से मिलने वाले डाटा से कहीं ज्यादा विस्तृत है. जॉइस के ड्रोन से ली गई ऐसी ही एक तस्वीर में हेरॉन द्वीप के रीफ वाले इलाके की तमाम बारीकियां देखी जा सकती हैं.
संरक्षण की जरूरत
ग्रेट बैरियर रीफ को बड़े स्तर पर हो रही कोरल ब्लीचिंग से खतरा है. इसके कारण कोरल के साथ सहजीवी संबंध में रहने वाले एल्गी उनसे अलग हो जाते हैं और कोरल सफेद पड़ के अंतत: मर जाते हैं. जलवायु परिवर्तन के कारण सागरों का बढ़ता तापमान कोरल ब्लीचिंग का मुख्य कारण माना जाता है. जॉइस जैसे रिसर्चरों का शोध संरक्षण की दिशा में काम आ सकता है.