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डाली की पेटिंग चोरी

३ मई २००९

नीदरलैंड्स में हथियारबंद चोरों ने एक संग्रहालय से मशहूर पेंटर साल्वाडोर डाली की एक बेशकीमती पेटिंग पर हाथ साफ़ कर दिया. पुलिस का कहना है कि कुछ नक़ाबपोश लोग स्पानब्रोएक के शेरिंगा म्यूज़ियम उफॉर रिएलिज़्म में जबरन घुसे.

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डाली का ये मशहूर पोर्ट्रे बनाया था 1942 में फिलिप हाल्समान ने.तस्वीर: AP

पुलिस का कहना है कि कुछ नक़ाबपोश लोग स्पानब्रोएक के शेरिंगा म्यूज़ियम उफॉर रिएलिज़्म में जबरन घुसे और गार्ड और दूसरे कर्मचारियों को धमकाया. उन्होंने वहां से दो तस्वीरें उठायीं जिनमें से एक डाली की थी. ये चोर कितनी तैयारी के साथ आए थे इस बात का अंदाज़ा इसी बात से लग सकता है कि दो मिनट में वारदात को अंजाम देकर वे कार से रफूचक्कर हो गए.

संग्रहालय का कहना है कि चोर, डाली की किशोरावस्था शीर्षक वाली 1941 की मशहूर पेंटिंग और पोलैंड के पेंटर तमारा डि लेम्पिका का एक तैल चित्र ले उड़े.

इन तस्वीरों की कीमत नहीं बतायी गयी है लेकिन म्यूज़ियम का कहना है कि वे उसके संग्रह की सबसे टॉप तस्वीरों में शामिल थीं.

Museum Ludwig Salvador Dalí - La Gare de Perpignan
कला में अतियथार्थतस्वीर: Museo Thyssen-Bornemisza, Madrid

साल्वाडोर डाली आधुनिक चित्रकला में अपनी विशेष शैली के लिए जाने जाते हैं. उनके मशहूर चित्रों में पिघलती घड़ियां, हाथी, स्टिल लाइफ, द बास्केट ऑफ ब्रेड जैसी रचनाएं हैं. सपनों की पृष्ठभूमि में तो डाली ने अभूतपूर्व काम किए.

लातिन अमेरिकी कवि फेदेरिको गार्सिया लोर्का, फिल्मकार लुई बुनिएल और पिकासो जैसे दिग्गजों से डाली की गहरी मित्रता रही. वो क्यूबिज़्म के प्रभाव में आए. कला में दादावाद और अवांगार्द आंदोलन के प्रणेताओं में शामिल रहे और फिर बाद में असाधारण और असामान्य मनोजगत और एक अराजक से दिखते अतियथार्थवादी कला संसार के प्रवक्ता बन गए. डाली अपने रचनाकर्म और जीवन को लेकर विवादों में भी रहे लेकिन उन्होने कभी इसकी परवाह नहीं की.

डाली की पेंटिंग की चोरी की ये वारदात ऐसे समय हुई है जब पड़ोसी देश स्पेन के काटालोनिया इलाक़े में कला में अतियथार्थ के विचार को अपनी शैली में ढालने वाले चित्रकार के घर को सज़ा संवार कर उसे संग्रहालय में तब्दील करने की योजना बनायी जा रही है.

इस म्यूज़ियम की लागत क़रीब चालीस लाख डॉलर आंकी गयी है. डाली इस घर में 1900 से 1912 तक रहे थे.


रिपोर्ट- शिव जोशी/एपी/रायटर्स