1. कंटेंट पर जाएं
  2. मेन्यू पर जाएं
  3. डीडब्ल्यू की अन्य साइट देखें

ट्रंप ने कहा रूस के साथ अच्छी शुरुआत

महेश झा
१६ जुलाई २०१८

अमेरिका और रूस के नेताओं की मुलाकात हेलसिंकी में एक घंटे देर से शुरू हुई. ट्रंप और पुतिन की बातचीत में दूसरे मुद्दों के साथ अमेरिकी चुनावों में रूसी हस्तक्षेप का मुद्दा भी उठा

https://p.dw.com/p/31Yf7
Finnland Helsinki PK Treffen Trump Putin
तस्वीर: Reuters/G. Dukor

बातचीत के बाद पत्रकारों से बातचीत में राष्ट्रपति ट्रंप ने बातचीत को स्पष्ट, खुला और अत्यंत रचनात्मक बताया. उन्होंने कूटनीति और बातचीत को विवाद और झगड़े से बेहतर बताया. राष्ट्रपति पुतिन ने कहा कि अमेरिका और रूस के बीच झगड़े की कोई वजह नहीं है. उन्होंने कहा कि रूस से संबंधों का इस्तेमाल अंतरराष्ट्रीय राजनीतिक झगड़ें में सौदेबाजी के लिए नहीं होना चाहिए.

प्रेस कांफ्रेंस में अमेरिकी चुनावों में रूसी हस्तक्षेप का मुद्दा छाया रहा. ट्रंप ने कहा, "हमने इसके बारे में लंबी बातचीत की. वे इस मुद्दे के बारे में जोरदार तरीके से सोचते हैं और उनका एक विचार है." पुतिन ने किसी भी हस्तक्षेप से इंकार करते हुए आरोपों को पूरी तरह बकवास बताया. राष्ट्रपति पुतिन ने एक मौके पर कहा कि वे खुद खुफिया एजेंट रहे हैं और जानते हैं कि रिपोर्ट किस तरह बनाए जाते हैं. उन्होंने अमेरिकी जांचकर्ताओं के साथ सहयोग देने का प्रस्ताव दिया और कहा कि यह पारस्परिक आधार पर हो सकता है. 

ट्रंप और पुतिन की भेंट एक घंटे देर से शुरू हुई क्योंकि रूसी राष्ट्रपति के हेलसिंकी आने में देर हुई. अकेले में बातचीत शुरू करने से पहले दोनों नेताओं ने प्रेस को संबोधित किया. पुतिन ने बस इतना कहा कि वे हेलसिंकी आकर खुश हैं. कई मुद्दों पर बातचीत करनी है. ट्रंप ने पहले फुटबॉल विश्वकप के सफल आयोजन के लिए पुतिन को बधाई दी और कहा कि वे रूस के साथ अभूतपूर्व संबंध चाहते हैं. उन्होंने कहा कि दुनिया उनसे और पुतिन से यही चाहती है. ट्रंप ने यह भी कहा कि दोनों नेता साझे दोस्त चीन और परमाणु हथियारों के बारे में भी बात करेंगे.

Helsinki Trump-Putin Gipfel
तस्वीर: Reuters/K. Lamarque

मेजबान फिनलैंड के राष्ट्रपति साउली निनिस्तो के साथ नाश्ते पर मुलाकात से पहले ट्रंप ने अपने परिचित अंदाज में ट्वीट कर सारे कूटनीतिक मर्यादाएं तोड़ दीं और रूस के साथ खराब रिश्तों के लिए अमेरिका की बेवकूफियों को जिम्मेदार ठहराया. अब तक क्रीमिया को हड़पने और अमेरिका के राष्ट्रपति चुनावों में रूसी खुफिया एजेंसियों के हस्तक्षेप को रूस अमेरिक रिश्तों में तनाव का कारण माना जाता था.

यूरोप, प्यारा दुश्मन

पुतिन से मुलाकात के एक दिन पहले अमेरिकी राष्ट्रपति ने एक टेलिविजन इंटरव्यू में यूरोपीय संघ को कम से कम व्यापारिक मामलों में दुश्मन करार दिया था. उन्होंने रूस और चीन को भी दुश्मन करार दिया था और कहा था कि पुतिन के साथ उनकी दोस्ती होती है या नहीं, यह वे देखेंगे. यूरोपीय संघ का जवाब फौरन आया. यूरोपीय परिषद के प्रमुख डोनल्ड टुस्क ने ट्वीट कर कहा कि यूरोपीय देश और अमेरिका दोस्त हैं. "जो कोई कह रहा है कि हम दुश्मन हैं फेक न्यूज फैला रहा है."

फिनलैंड के राष्ट्रपति के साथ मुलाकात में ट्रंप ने नाटो को पहले से कहीं ज्यादा मजबूत बताते हुए कहा कि कुछ दिन पहले ब्रसेल्स में जबरदस्त बैठक हुई. ट्रंप का कहना है कि नाटो के यूरोपीय सदस्य देश अपना रक्षा बजट फिर से बढ़ा रहे हैं, लेकिन वे इससे इंकार कर रहे हैं. ट्रंप ने मेजबान फिनलैंड की तारीफ की. रविवार को करीब 2000 लोगों ने प्रदर्शन कर ट्रंप और पुतिन से मानवाधिकारों का पालन करने और लोकतंत्र की रक्षा करने की मांग की थी.

Finnland Schild anläßlich des Trump-Putin-Treffens
तस्वीर: Aleksi Tuomola/Lehtikuva/dpa/picture alliance

खतरनाक फॉर्मेट

प्रतिनिधि स्तरीय बैठक से पहले ट्रंप की मांग पर दोनों नेताओं ने अकेले में बातचीत की. बातचीत में सिर्फ दुभाषिए थे, कोई सलाहकार नहीं था. बातचीत का कोई रिकॉर्ड नहीं रखा गया. ये असामान्य फॉर्मेट ट्रंप के अनुकूल है क्योंकि वे तथ्यों की चिंता नहीं करते, अपनी भावनाओं पर भरोसा करते हैं. हालांकि विदेश नीति विश्लेषक चार्ली सलोनिस पास्टरनाक के अनुसार ये फॉर्मेट चिंताजनक है क्योंकि प्रशिक्षित जासूस पुतिन इसका फायदा उठा सकते हैं. ट्रंप के लिए अच्छा है कि किसी को पता न चले कि क्या बातचीत हुई, फिर वे कुछ भी दावा कर सकते हैं.

राष्ट्रपति ट्रंप व्लादिमीर पुतिन के साथ बातचीत के लिए विशाल मंच चाहते थे. अमेरिकियों ने खुद इसके लिए खुद फिलनैंड से पूछा था जो नाटो का सदस्य नहीं है और रूस के साथ लंबी सीमा बांटता है. पहले भी फिनलैंड 1975, 1990 और 1997 में सोवियत संघ और रूस के तत्कालीन नेताओं के साथ अमेरिकी शिखर वार्ताओं का आयोजन कर चुका है.पहले के सम्मेलन भी बंद दरवाजों के पीछे हुए हैं लेकिन सभी का अंत फैसलों और दस्तावेजों के साथ हुआ है. लेकिन खुद ट्रंप ने इस बात उम्मीदों को दबाते हुए कहा है कि उन्हें इस मुलाकात से ज्यादा उम्मीदें नहीं हैं.

(एपी, एएफपी और हेलसिंकी से बैर्न्ड रीगर्ट की रिपोर्ट के साथ)