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जैक्सन की मौत का दोषी ढूंढने की कवायद

२८ सितम्बर २०११

माइकल जैक्सन के डॉक्टर के खिलाफ गैरइरादतन हत्या के आरोपों की जांच कर रही ज्यूरी के सामने सुनवाई की शुरुआत एमजे की दो तस्वीरों से हुई. अभियोजक ज्यूरी को बताने में जुटे हैं कि माइकल जैक्सन कितने बड़े सितारे थे.

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तस्वीर: AP

इन दो बड़ी तस्वीरों में से एक में जैक्सन की ऐसी छवि है जिसमें उन्हें कई सालों के बाद स्टेज के जरिए लोगों के सामने आने के लिए प्रेरित किया गया है. दूसरी तस्वीर में वही जैक्सन ऐसे रूप में हैं जिनकी परफॉर्म करने से पहले बुरी हालत हो गई है. डॉ कोनराड मर्रे की किस्मत का फैसला करने वाली ज्यूरी के सामने जैक्सन के एक प्रमोटर ने भी गवाही दी. गवाही के दौरान उन्होंने बताया कि एमजे की वापसी के लिए लंदन में 50 शो की योजना बनी और तुरंत ही बिक भी गई. यहां तक कि 50 और शो की मांग मौजूद थी.

दुखद है कि इतनी मांग होने के बावजूद एमजे स्टेज पर कभी नहीं लौट सके. जून 2009 में अचानक उनकी मौत हो गई. अभियोजकों ने मंगलवार को सुनवाई के दौरान जैक्सन की अस्पताल में पड़े बेजान शरीर की तस्वीर दिखा कर यह मसला उठाया. इसके कुछ घंटे बाद अभियोजकों ने जैक्सन के दो गानों की अंतिम रिहर्सल की चार मिनट की एक क्लिप भी दिखाई. एमजे की मां कैथरीन ने कोर्टरूम में चल रहे इस विडियो में अपने बेटे को गाते देखा तो उनकी आंखें भर आईं.

सुनवाई के पहले दिन केवल जैक्सन की छवि पर ही चर्चा होती रही लेकिन अभियोजक अब उन घटनाओं की तरफ ज्यूरी का ध्यान ले जा रहे हैं जिनके बाद अचानक एमजे की मौत हो गई. एमजे के कंसर्ट को प्रमोट करने वाली कंपनी एईजी लाइव के एग्जिक्यूटिव पॉल गॉन्गवेयर की गवाही बुधवार को भी चलती रही. इसके बाद जैक्सन के एक अंगरक्षक और फिर निजी सहायक की बारी आएगी.

स्टेपल सेंटर में जैक्सन के एक रिहर्सल के दौरान उनके दोस्त और सहयोगी केनी ऑर्टेगा ने उनकी गिरती सेहत पर चिंता जताई थी. ऑर्टेगा ने ठंड से कांपते जैक्सन को संभालने में कई घंटे बिताए. जैक्सन की मौत से पांच दिन पहले ऑर्टेगा ने प्रमोटरों को एक ईमेल भी भेजा जिसमें लिखा था, "वह एक गुम हुए बच्चे के जैसा है. अभी भी उम्मीद है कि वह मौके पर तैयार हो सकता है लेकिन इसके लिए उसे वह मदद देनी होगी जिसकी उसे जरूरत है." इस ईमेल के कारण मर्रे को डांट भी पड़ी और ऑर्टेगा के मुताबिक उससे कहा गया कि वह किसी कम अनुभवी डॉक्टर या मनोवैज्ञानिक का इस्तेमाल न करे. पांच दिन बाद जैक्सन की मौत हो गई.

अभियोजकों ने आरोप लगाया है कि मर्रे ने प्रोपोफॉल और दूसरी दर्दनिवारक दवाइयों की घातक खुराक जैक्सन को दी जो उनके मौत की वजह बनी. इन दवाओं का इस्तेमाल करने के लिए न तो वहां जीवनरक्षक प्रणाली का इंतजाम था, न ही जरूरी अनुभव डॉक्टर मर्रे के पास था. शुरुआती गवाही में डिप्टी डिस्ट्रीक्ट अटॉर्नी डेविड वाल्ग्रेन ने बताया कि मर्रे ने आपात सहायता बुलाने में देर लागाई और डॉक्टरों और परिचारकों से झूठ बोला. मर्रे ये बताने में नाकाम रहे कि वह जैक्सन को सुलाने के लिए दवाइयों की सहायता ले रहे थे.

सुनवाई के पहले दिन लोगों को स्तब्ध करने देने वाला एक मौका उस वक्त भी आया जब वाल्ग्रेन ने जैक्सन और मर्रे के बीच की एक बातचीत की क्लिप सुनाई. इस बातचीत में एमजे मर्रे से कह रहे हैं कि वह शो से बाहर निकलना चाहते हैं. इस बातचीत में जैक्सन की आवाज सुनाई तो पड़ जाती है लेकिन यह काफी धीमी और लड़खड़ाई हुई है. इसमें जैक्सन को कहते सुना जा सकता है, "हमें असाधारण होना है. जब लोग शो से बाहर निकलें, जब लोग मेरे शो से बाहर निकलें तो मैं चाहता हूं कि वो कहें मैने अपनी पूरी जिंदगी में ऐसा पहले कभी नहीं देखा. जाओ. जाओ. मैने ऐसा पहले कभी नहीं देखा. जाओ. ये विस्मयकारी है. वह दुनिया का सबसे महान मनोरंजन करने वाला है." यह बातचीत मर्रे के फोन की रिकॉर्डिंग से निकाली गई है.

मर्रे का बचाव करने वालों में सबसे प्रमुख वकील ईडी शेर्नॉफ ने भी जैक्सन की सफलता पाने की ख्वाहिश का जिक्र किया है लेकिन एमजे की इसी महत्वाकांक्षा ने उन्हें दवाइयों की इस घातक खुराक को लेने पर मजबूर किया. शेर्नॉफ का कहना है कि मर्रे ने जैक्सन को प्रोपोफॉल से दूर रखने की कोशिश की लेकिन जैक्सन लगातार उनसे नींद बुलाने के लिए मदद की मांग करते रहे. शेर्नॉफ तो यहां तक कहते हैं, "जैक्सन दवा की भीख मांगने लगे और कहा 'मुझे सोना है वो मेरा शो रद्द कर देंगे.' वो यही कहना चाहते थे."

शेर्नॉफ ने ज्यूरी को बताया कि जैक्सन ने प्रोपोफॉल लेने से पहले दर्दनिवारक दवा लोराजेपाम की इतनी खुराक ले रखी थी जितनी की छह लोगों को सुलाने के लिए काफी होती. शेर्नॉफ के मुताबिक दवाइयों की इस खुराक ने जैक्सन को इतनी जल्दी मौत की नींद सुला दिया कि उन्हें आंख बंद करने का भी मौका नहीं मिला.

अभियोजकों ने मर्रे की दलीलों को खारिज करते हुए ज्यूरी से कहा है कि ह्यूस्टन के इस कार्डियोलॉजिस्ट के भी हित भी एमजे के कंसर्ट से जुड़े हुए थे. डॉक्टर ने जैक्सन का ख्याल रखने के लिए पहले हर साल पचास लाख डॉलर की फीस मांगी. गॉन्गवेयर के मुताबिक इस प्रस्ताव को तुरंत खारिज कर दिया गया. इसके बाद मर्रे ने जैक्सन का डॉक्टर बनने के लिए हर महीने डेढ़ लाख डॉलर की फीस लेना स्वीकार कर लिया. हालांकि उन्हें इस रकम का भुगतान कभी नहीं किया गया क्योंकि जैक्सन ने मरने से पहले इस करार पर दस्तखत नहीं किए थे.

डॉक्टर मर्रे के पास अभी भी खोने को बहुत कुछ है. अगर उन्हें इस मामले में दोषी मान लिया जाता है तो उन्हें चार साल की कैद हो सकती है और उनका मेडिकल लाइसेंस भी रद्द किया जा सकता है.

रिपोर्टः एजेंसियां/एन रंजन

संपादनः ए कुमार

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