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समाज

जर्मनी में अपराध घटे, पर चिंताएं नहीं

२३ अप्रैल २०१८

जर्मनी में 25 साल बाद सबसे कम अपराध हुए. लेकिन साइकिल चोर अब भी पुलिस को चिढ़ाते दिख रहे हैं.

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Polizei Symbolbild
तस्वीर: picture-alliance/dpa/P. Seeger

पुलिस के आंकड़ों का हवाला देते हुए जर्मन अखबार वेल्ट आम जोनटाग ने यह रिपोर्ट छापी है. रिपोर्ट के मुताबिक 1993 के बाद यह पहला मौका है जब अपराध दर इतनी नीचे गिरी है. 2017 में देश भर में करीब 10 फीसदी कम अपराध हुए.

रिपोर्ट के मुताबिक बीते साल क्राइम के कुल 57.6 लाख मामले सामने आए. 2016 की तुलना में यह संख्या 9.6 फीसदी कम है. चोरी के मामलों में 11.8 फीसदी की कमी आई. दुकानों से चोरी के कुल 3,53,384 मामले समाने आए. जेब काटने के 1,27,376 मामले दर्ज किए गए.

साइकिल चोर अब भी लोगों और पुलिस का सिरदर्द बने हुए हैं. हालांकि 2017 में साइकिल चोरी की वारदातों में कमी आई लेकिन फिर भी तीन लाख से ज्यादा साइकिलें चोरी हुईं. कार चोरी के 33,263 मामले सामने आए.

घरों में सेंधमारी के 1,16,540 केस दर्ज किए गए. सेंधमारी में 23 फीसदी की कमी आई. लेकिन पुलिस के लिए अब भी घरों में होने वाली ऐसी चोरी मुश्किल बनी हुई है. 80 फीसदी मामले पुलिस नहीं सुलझा पाई.

लेकिन इन आंकड़ों में कुछ चेतावनी देने वाले संकेत भी छुपे हैं. 2017 में देश भर में 785 हत्याएं हुई. हत्याओं में 3.2 फीसदी इजाफा देखा गया है. वहीं ड्रग्स से जुड़े अपराध भी 9.2 फीसदी ज्यादा हुए. ड्रग्स से जुड़े कुल 3,30,580 मामले सामने आए.

तमाम नियम कायदों के बावजूद चाइल्ड पोर्नोग्राफी के मामलों में 14.5 फीसदी का उछाल देखा गया और 6,512 मामले दर्ज किए गए.

जर्मन पुलिस ऑफिसर्स यूनियन के चेयरमैन ओलिवर मालशोव के मुताबिक इन आंकड़ों के जरिए सुरक्षा की स्थिति को लेकर कोई नतीजा निकालना अभी जल्दबाजी होगी. उनके मुताबिक 2017 में जर्मनी कम शरणार्थी आए, जिसका असर अपराध दर पर भी पड़ा. हालांकि मालशोव ने यह भी साफ किया कि आप्रवासियों और अपराध करने वालों के बीच कोई संबंध नहीं है.

पुलिस के आंकड़े बताते हैं कि अगर देश में जब ज्यादा आबादी होती है तो अपराध भी बढ़ते हैं. शोधों में इस बात का भी पता चला है कि सीरिया और इराक के रिफ्यूजी क्राइम में कम शामिल रहते हैं, वो अपराध कर जर्मनी में अपनी शरण की अर्जी को खारिज नहीं करना चाहते हैं.

पुलिस के आंकड़े ऐसे वक्त में आए हैं जब जर्मनी में कानून के पालन को लेकर बहस चल रही है. हाल ही में एक सर्वेक्षण में करीब 50 फीसदी जर्मनों ने माना कि देश में कुछ ऐसे इलाके हैं जहां जाने से पुलिस भी कतराती है. आमतौर पर अपराधों के लिए अप्रवासियों को जिम्मेदार ठहराया जता है. लेकिन संघीय अपराधिक पुलिस के मुताबिक विदेशी, जर्मनी में पैदा और पले बढ़े लोगों की तुलना में हर श्रेणी में कम अपराध करते हैं. जर्मन राज्यों के आंतरिक मामलों के मंत्रियों की आठ मई को होने वाली बैठक में केंद्रीय आंतरिक मामलों के मंत्री होर्स्ट जेहोफर पुलिस के विस्तृत आंकड़ों को पेश करेंगे.

ओएसजे/एनआर (एएफपी, रॉयटर्स)