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जर्मनी के शहरः ब्रेमन

शिव प्रसाद जोशी२० अगस्त २००९

उत्तर पश्चिम जर्मनी के हृदय में बसा है ब्रेमन शहर. ब्रेमन दुनिया के उन चुनिंदा शहरों में अव्वल है जो विभिन्न कलाओं को ख़ुद में संजोए हैं. सांस्कृतिक विविधताओं का ऐसा अद्भुत केंद्र जर्मनी में दूसरा नहीं.

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कला और विज्ञान का शहरतस्वीर: picture-alliance / Helga Lade

ब्रेमन- विरासतों का शहर
1200 साल पुराना हानसियाटिक दौर का शहर जितना अपने कुदरती सौंदर्य से रिझाता है उतना ही आकर्षक है उसका मेट्रोपोलिटन रूप. कोलोन अगर अपने कार्निवल के लिए विख्यात है और म्युनिख अपने अक्टूबर उत्सव के लिए तो ब्रेमन में भी पूरे साल कुछ न कुछ सुंदर मनमोहक घटित होता ही रहता है. ये शहर अपने उत्सव वाले मिजाज़ के लिए मशहूर है. जनवरी में होने वाला विशाल इंडोर साइक्लिंग मुक़ाबला. फरवरी में देश का सबसे बड़ा सांबा उत्सव. अक्टूबर में फ्राईमाक्ट की धूम. क्रिसमस के दिनों के नज़ारे और दिसंबर की नदी किनारे की छटाएं.

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करनामे करने वाले भी कम नहींतस्वीर: AP

सिटी ऑफ साइंस

बहुत कम शहर होंगे जिन्हें ये दर्जा हासिल होगा जैसे ब्रेमन को हासिल है. उसे सिटी ऑफ साइंस कहा जाता है. 2005 में संयुक्त रूप से ब्रेमरहावेन के साथ उसे ये दर्जा मिला. स्पेस साइंस के विहंगम नज़ारे देखने लोग यहां दूर दूर से आते हैं. अपने ब्रह्मांड से जीवंत साक्षात्कार करना हो तो यूनिवर्सम ब्रेमन घूम आईये. अंतरिक्ष से जुड़ी तमाम जानकारी आपको यहां मिल जाएगी.

प्रतीकों की प्रतिष्ठा

ब्रेमन की बात हो और संगीत का ज़िक्र न आए, कैसे हो सकता है. अपने टाउन म्यूज़िश्यनस के लिए तो ये शहर चर्चित है. सड़क के संगीतज्ञों की परीकथा ने भी ब्रेमन को एक निराली सांगीतिक महिमा दी है. ब्रेमन में स्थापित गेरहार्ड मार्कक्स बनाया, एक मूर्तिशिल्प सब कुछ कह देता है. गधा, कुत्ता, बिल्ली और मुर्गा. गधे के ऊपर कुत्ता विराजे, उसके ऊपर बिल्ली और बिल्ली की पीठ पर मुर्गा. ये थे ग्रिम परी कथा में संगीत के फ़नकार. आख़िर भारतीय संगीत में सारेगामा अलंकारों की ध्वनि उत्पत्तियां भी जानवरों और पक्षियों की आवाज़ों में खोजी गयी हैं. और ब्रेमन में अभिव्यक्तियों की इस आज़ादी का प्रतीक पुरूष है रोलान्ड. जिसकी 10 मीटर आदमक़द मूर्ति ब्रेमन के मुख्य चौराहे पर टाउन हॉल के सामने लगायी गई है. ये प्रतिमा ब्रेमन की पहचान है. जर्मन समाज का प्राचीन नायक रोलान्ड शहर की आज़ादी का प्रतीक है. नागरिक अधिकारों के संघर्ष की याद दिलाती उसकी नज़र कैथेड्रल की तरफ़ है और उसकी तलवार न्यायिक व्यवस्था की मुक्ति का प्रतीक है.

Autoproduktion bei DaimlerChrysler in Bremen
सिटी ऑफ साइंस ब्रेमनतस्वीर: AP

ब्रेमन के लोगों को अपने शहर, परंपरा और इतिहास पर गर्व है. किसी ज़माने में जहाजों के बेड़े यहां से आते जाते थे. उस सामुद्रिक दौर की यादें आज भी ताज़ा हैं.

जर्मनी की कॉफी कैपिटल

Cofeena 2009 in Köln
ज़रूर पीएं ब्रेमन की कॉफीतस्वीर: Cofeena2009

ब्रेमन को एक उपाधि और हासिल है. अपनी कॉफी की बदौलत. व्यापारियों का शहर ब्रेमन सदियों से धन धान्य से समृद्ध रहा है. और इनमें कॉफी का व्यापार भी शामिल रहा है. विश्व मंदी के दौर में भी ब्रेमन की पूंजी कभी कमज़ोर नहीं पड़ी. धीरे धीरे जहाजरानी उद्योग बंद होते गए तो शहर की आर्थिक हालत पर इसका असर पड़ा. लेकिन ब्रेमन इस हालात से जल्दी ही उबर गया. जहाज कंपनियां बंद हुईं तो उनकी जगह नए उद्योगों ने ले ली. विमान निर्माता कंपनी एयरबस का दूसरा सबसे बड़ा उत्पादन केंद्र ब्रेमन बन गया है.

वेत्ज़र नदी के तट पर बसा ब्रेमन प्राचीनता और आधुनिकता का एक पारंपरिक शहर है. अपने इतिहास और स्मृतियों में ऐसी आवाजाही बहुत कम शहरों की फ़ितरत होती है. यक़ीनन संस्कृति, कला, संगीत हो या विज्ञान और टेक्नोलॉजी की धाराएं, ब्रेमन तो जैसे अनूठी छवियों से कूट कूट कर भरा है.

शिव प्रसाद जोशी