जर्मन ऑटोबान पर स्पीड लिमिट की मांग
२६ जनवरी २०१९जर्मन पुलिस ऑफिसर्स यूनियन के डिप्टी लीडर मिषाएल मेर्टेन्स ने दुनिया भर में मशहूर जर्मन मोटरवे 'ऑटोबान' पर स्पीड लिमिट लगाने की मांग की है. सरकार के एक आयोग ने भविष्य के यातायात को लेकर कुछ प्रस्ताव दिए हैं. इन प्रस्तावों पर देश में तेज बहस छिड़ गई है.
बहस के बीच मेर्टेन्स ने कहा, "इस देश में, कुछ लोग कानूनी रूप से 200 या 250 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से गाड़ी चलाते हैं. यह क्रेजी है. कई शोध बताते हैं कि स्पीड लिमिट होने से चार में से एक मौत टाली जा सकती है. स्पीड लिमिट को 130 किमी प्रतिघंटा करने से लंबे ट्रैफिक जाम और गंभीर हादसे भी टलेंगे."
सरकारी आयोग के एक प्रस्ताव के मुताबिक जलवायु परिवर्तन से लड़ने के लिए यातायात के तौर तरीकों में बदलाव करना जरूरी है. स्पीड लिमिट लगाकर जर्मनी में वायु प्रदूषण काफी हद तक कम किया जा सकता है.
(क्यों दुनिया को हैरान करता है जर्मनी का मोटरवे)
लेकिन जर्मनी और जर्मनी के बाहर कई लोगों के लिए स्पीड फ्री मोटरवे जर्मनी की पहचान हैं. जर्मनी के परिवहन मंत्री आंद्रेयास शॉयर के मुताबिक स्पीड लिमिट इस पहचान को कमजोर करेगी.
लेकिन अन्य नेता प्रस्ताव का समर्थन कर रहे हैं. पर्यावरण के मुद्दों को गंभीरता से लेने वाली ग्रीन पार्टी के नेता चेम ओज्देमिर के मुताबिक रफ्तार पर नियंत्रण लगाने का ठोस वजहें हैं.
जर्मनी में आम तौर पर मोटरवे पर कोई स्पीड लिमिट नहीं होती है. दुर्घटना संभावित इलाकों में स्पीड लिमिट रखी जाती है. मोटरवे के उलट शहरों और गांवों में आम तौर पर स्पीड लिमिट 50 किमी प्रतिघंटा रहती है. जर्मनी के पड़ोसी देशों ऑस्ट्रिया, डेनमार्क, फ्रांस, नीदरलैंड्स और चेक रिपब्लिक में मोटरवे पर 130 किमी प्रतिघंटा की अधिकतम रफ्तार है.
बहस के बीच आयोग मार्च के अंत तक अपने प्रस्तावों की समीक्षा करेगा और फिर दस्तावेज जारी करेगा.
(किस देश में कितनी स्पीड लिमिट)
लेविस सैंडर्स/ओएसजे