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नया भारत नया जम्मू कश्मीर नया लद्दाख: प्रधानमंत्री

निखिल रंजन
८ अगस्त २०१९

भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के नाम अपने संबोधन में जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 में बदलाव और अनुच्छेद 35 ए को हटाने पर अपनी सरकार का पक्ष रखा. मोदी ने जल्दी ही स्थिति के सामान्य होने की उम्मीद की है.

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Nepal | BIMSTEC-Summit | Ankunft Premierminister Indien Narendra Modi
तस्वीर: Reuters/N. Chitrakar

प्रधानमंत्री का कहना है एक राष्ट्र के तौर पर एक देश के तौर पर "हमने आपने एक ऐतिहासिक फैसला लिया है. जम्मू कश्मीर और लद्दाख के लोगों के विकास के राह में एक बड़ी बाधा थी जो हम सबके प्रयास से दूर हो गई है." उन्होंने कहा "जम्मू कश्मीर और लद्दाख में एक नए युग की शुरुआत हुई है. देश के सभी नागरिकों के हक और दायित्व समान हैं. मैं जम्मू कश्मीर और लद्दाख के लोगों को हृदय से बधाई देता हूं."

मोदी का कहना है कि ऐसा लग रहा था कि 370 कभी बदलेगा नहीं लेकिन उसे बदल दिया गया. उनका मानना है कि अनुच्छेद 370 और 35 ए की वजह से काफी नुकसान हो रहा था और हालत यह थी कि कोई उसके लाभ के बारे में कुछ नहीं बता पा रहा था.  प्रधानमंत्री का कहना है कि इस अनुच्छेद ने अलगाववाद, आतंकवाद, परिवारवाद और भ्रष्टाचार के अलावा और कुछ नहीं दिया. उन्होंने यह भी कहा कि  इनका इस्तेमाल पाकिस्तान एक हथियार के रूप में कर रहा था. 

प्रधानमंत्री को उम्मीद है कि अब व्यवस्था की कमी दूर होने से इन दोनों क्षेत्रों के लोगों का वर्तमान सुधरेगा और भविष्य अच्छा होगा.  प्रधानमंत्री ने कहा कि जो कानून देश की पूरी आबादी के लिए बनता था उसके लाभ से जम्मू कश्मीर के डेढ़ करोड़ से ज्यादा लोग वंचित रह जाते थे. इस दौरान उन्होंने शिक्षा का अधिकार, सफाई कर्मचारी एक्ट, एससीएसटी एक्ट, दलितों के लिए बनाए कानून, अल्पसंख्यकों की सुरक्षा जैसे कानूनों की बात की. उन्होंने मजदूरों को न्यूनतम मजदूरी नहीं मिलने की भी बात कही. 

प्रधानमंत्री ने उम्मीद जताई कि अनुच्छेद 370 और अनुच्छेद 35 ए के इतिहास में गुम हो जाने के बाद उसके नकारात्मक प्रभावों से जम्मू कश्मीर जल्दी बाहर निकलेगा.

Indien Narendra Modi TV-Ansprache
तस्वीर: picture-alliance/AP/C. Anand

इसके साथ ही प्रधानमंत्री ने इस बदलाव के बाद सरकार की प्राथमिकताओं की ओर इशारा किया. उन्होंने कहा कि नई सरकार में केंद्र सरकार की प्राथमिकता होगी कि राज्य के कर्मचारियों को दूसरे केंद्र शासित प्रदेशों के कर्मचारियों के बराबर सुविधाएं मिलें. रोजगार के लिए सभी सरकारी रिक्त पदों पर नियुक्ति के साथ ही सार्वजनिक और निजी क्षेत्र की कंपनियों से अपने उपक्रम स्थापित करने को कहा जाएगा. इसके साथ ही छात्रवृत्ति योजना का भी विस्तार होगा. प्रधानमंत्री ने कहा कि फिल्मों की शूटिंग वहां के शांत माहौल में जल्दी से शुरू हो इसके लिए सरकार प्रयास करेगी. इसके साथ ही सेना और अर्धसैनिक बलों में भर्ती के लिए रैलियों का आयोजन किया जाएगा.

प्रधानमंत्री ने ध्यान दिलाया कि इस वक्त स्थानीय लोगों को तमाम तरह की दिक्कतों को सामना करना पड़ रहा है और उसे वही लोग झेल रहे हैं, लेकिन जल्दी ही ये मुश्किलें कम होंगी और हालात सामान्य होंगे. प्रधानमंत्री ने लद्दाख के साथ होने वाले भेदभाव का भी जिक्र किया और कहा कि अब ऐसा नहीं होगा. प्रधानमंत्री ने स्थानीय प्रशासन के अच्छा काम करने की बात कही और यकीन जताया कि अब इसमें और तेजी आएगी.

नरेंद्र मोदी का कहना है कि इस इलाके के युवाओं को राजनीति में भ्रष्टाचार और परिवारवाद के कारण नेतृत्व का मौका नहीं मिल रहा था जो अब मिलेगा और वो अपनी क्षमता और तेज से इसका विकास करेंगे. उन्होंने भरोसा जताया कि जम्मू कश्मीर का प्रशासन जैसे पहले स्थानीय लोग संभालते थे वैसे ही संभालेंगे और उनकी सहभागिता बढ़ेगी.

जम्मू कश्मीर के लोगों की तारीफ करते हुए उन्होंने उनके बलिदान की भी याद दिलाई और शहीदों के नाम गिनाए. कश्मीर में पैदा होने वाले केसर और कहवा से लेकर सेब, खुबानी और दूसरी चीजों का नाम लेते हुए उन्होंने अब यह सब पूरी दुनिया में पहुंचेगा. उन्होंने 1947 में विभाजन के बाद पाकिस्तान से आए लोगों को वोटिंग का अधिकार नहीं मिलने की बाधा भी दूर होने की बात कही.

प्रधानमंत्री ने नया भारत, नया जम्मू कश्मीर और नया लद्दाख का नारा दिया. पीएम मोदी ने ईद की बधाई देते हुए कहा कि कश्मीर के लोगों की ईद मनाने में पूरा सहयोग सरकार देगी. मोदी ने यह भी वादा किया कि हालात सुधरते ही राज्य को उसकी विधानसभा दी जाएगी.

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