जब हवा में भिड़े तीन विमान
600 किमी प्रतिघंटा के रफ्तार से उड़ते 10 विमान दिल का आकार बनाना चाहते थे. लेकिन बिल्कुल आखिर में एक पायलट से चूक हुई और सेकेंडों के भीतर दर्जनों लोग मारे गए.
टूट गया दिल
1988 में जर्मनी के रामश्टाइन एयरबेस इटली की एयरफोर्स दिल का आकार बनाना चाहती थी. चार विमान दाहिनी तरफ उड़े, पांच बायीं तरफ. एक को बीच से गुजरना था. लेकिन 600 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से गुजरते इस पायलट से चूक हुई और तीन विमान क्रैश हो गए.
दर्शक भी मारे गए
टक्कर के फौरन बाद आग के गोले में तब्दील एक विमान दर्शक दीर्घा में गिरा. वहां मौजूद तीन लाख लोगों में अफरातफरी मच गई. गनीमत रही कि कुछ गाड़ियों ने विमान को रोक लिया, लेकिन इसके बावजूद 65 से ज्यादा लोग मारे गए.
जान माल का बड़ा नुकसान
एयर शो के दौरान हुए इस क्रैश में तीन पायलटों समेत 70 लोग मारे गए. टक्कर के फौरन बाद एक पायलट ने खुद को इजेक्ट किया लेकिन पैराशूट खुलने से पहले ही वह जमीन से टकरा गया. कुल डेढ़ हजार लोग जख्मी हुए. ज्यादातर लोग बुरी तरह झुलसे हुए थे. हादसे के बाद एयरफील्ड के पास मृतकों की याद में स्मारक बनाया गया.
इटली जिम्मेदार
हादसे के शिकार हुए लोगों को मुआवजे के लिए लंबी कानूनी लड़ाई लड़नी पड़ी. नाटो के नियमों के मुताबिक इतालवी प्रशासन को हादसे का जिम्मेदार माना गया. जर्मनी की पार्लियामेंट कमेटी की रिपोर्ट के मुताबिक इटली का पायलट गोता लगाने के दौरान बेहोश हो चुका था, ऐसे में हादसा होना ही था.
एयर शोज पर प्रतिबंध
इस हादसे के बाद जर्मन संसद ने सर्वसम्मति से जर्मनी में सारे एयर शोज पर प्रतिबंध लगा दिया. लेकिन कुछ सालों बाद 1990 के दशक में फिर एयर शो शुरू हुए, वो भी कड़ी तैयारियों और मानकों के साथ.
जो हो गया, सो हो गया
हादसे की 30वीं श्रद्धाजंलि सभा के दौरान पीड़ित परिवारों ने वहां मिलकर स्मृति सभा का आयोजन किया. इसे एयर शो इतिहास के सबसे बुरे हादसों में गिना जाता रहेगा.