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जब न्यू यॉर्क टाइम्स ने अपनी हेडलाइन बदली

महेश झा
७ अगस्त २०१९

अमेरिकी दैनिक न्यू यॉर्क टाइम्स की एक मासूम सी सुर्खी थी, अल पासो के मृतकों को श्रद्धांजलि वाली स्टोरी पर. लेकिन इस पर ऐसा हंगामा हुआ कि प्रतिष्ठित दैनिक को सुर्खी बदलनी पड़ी.

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USA Eingang des New York Times Hauptquartier in New York
तस्वीर: Getty Images/R. Talaie

न्यू यॉर्क टाइम्स ने 6 अगस्त के अपने संस्करण के लिए अल पासो के नरसंहार के खबर की राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप के बयान पर सुर्खी लगायी थी. लेकिन पाठकों में इसे लेकर कड़ी प्रतिक्रिया हुई. लोगों को ये सुर्खी पसंद नहीं आयी खासकर अखबार के कई प्रमुख पाठकों को. शुरू में टेक्सस और ओहायो में हुए नरसंहार पर ट्रंप की प्रतिक्रिया कुछ इस तरह से दी गई थी, "नस्लवाद के खिलाफ ट्रंप की एकता की अपील.”

सबसे पहली प्रतिक्रिया पत्रकार नेट सिल्वर की थी जिन्होंने ट्वीट किया, "मैं नहीं समझता कि मैं इस तरह से लिखता.” और फिर इस ट्वीट के रिट्वीट की कतार लग गयी.

न्यू यॉर्क टाइम्स की सुर्खी की आलोचना ये है कि भले ही ट्रंप का उद्धरण सही हो लेकिन वह इस तथ्य को नजरअंदाज करता है कि उन्होंने अतीत में अक्सर नस्लवादी बयान दिया है. मेक्सिको के आप्रवासियों को बलात्कारी कहना रहा हो, चार अश्वेत महिला कांग्रेस सदस्यों को ये कहना कि आप वापस क्यों नहीं चले जाते या मुख्य रूप से एफ्रो अमेरिकी निवासियों वाले बाल्टीमोर को चूहों से भरी गंदी जगह, वे लगातार ऐसे बयान देते रहे हैं. अखबार की आलोचना इस बात को लेकर हुई कि ट्रंप के शब्दों के सतही तौर पर नहीं लिया जाना चाहिए. राष्ट्रपति पद के कई डेमोक्रैटिक उम्मीदवारों ने भी सुर्खी की आलोचना की. बेटो ओ रुर्क की टिप्पणी एक शब्द की थी, अविश्वसनीय.

राष्ट्रपति डॉनल्ड राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता के कारण ट्रंप बेटो ओ रुर्क पर यूं भी नाराज चल रहे हैं, लेकिन उनके शब्दों का चयन यहां भी देखा जा सकता है.

कुछ ग्राहकों ने तो अखबार खरीदना बंद करने तक की धमकी दी. आलोचनाओं के बाद अखबार ने दूसरे संस्करण के लिए अपनी सुर्खी बदल दी. दूसरे संस्करण में सुर्खी थी, "नफरत की निंदा हथियारों की नहीं.”

अखबार के एक संपादक ने पहले पन्ने पर दी गयी टिप्पणी में हेडलाइन पर लिखा, " जब पहले एडिशन के बाद प्रमुख संपादकों को इमेल मिला तो हमने हेडलाइन देखी और महसूस किया कि ये अच्छा नहीं है और उसे बदलने का फैसला किया." संपादक ने लिखा है, "हम सहमत हैं कि हेडलाइन अत्यंत महत्वपूर्ण होता है, और इस मामले में हमें बेहतर करना चाहिए था."

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