चैरिटी का कार्यक्रम या मस्ती की चौपाल
२४ जनवरी २०१८फाइनेंशियल टाइम्स ने बुधवार को यह खबर दी. अखबार के मुताबिक छह घंटे के कार्यक्रम में जिन महिलाओं को काम पर रखा गया था उन्हें पकड़ने, गोद में बिठाने और उनका चुंबन लेने की कोशिशें की गईं. नशे में धुत्त कई मेहमानों ने इन महिलाओं को होटल के कमरों में भी ले जाने का आग्रह किया.
घटना ऐसे वक्त में हुई है जब दुनिया भर में कामकाज की जगहों पर महिलाओं के साथ अभद्र व्यवहार को लेकर बहस छिड़ी हुई है. प्रेसिडेंट क्लब चैरिटी नाम के संस्थान के खिलाफ नाराजगी दिखने लगी है. बच्चों के दो अस्पतालों ने इस संस्था से मिले दान के पैसे लौटाने की घोषणा की है.
क्लब की समाजसेवी संस्था ने अपने वेबसाइट पर दावा किया है कि तीन दशक पहले इसे गरीब बच्चों की भलाई के लिए शुरू किया था. क्लब ने यह भी कहा है, "इस तरह का व्यवहार पूरी तरह अस्वीकार्य है. आरोपों की पूरी तरह जांच की जाएगी और उचित कदम उठाए जाएंगे."
ब्रिटेन की संसद में इसे लेकर बहस हुई है और महिला सांसदों ने इस घटना की कड़ी निंदा की है. उप शिक्षा मंत्री एन मिल्टन ने बहस के दौरान कहा, "यह मेरे लिए एक असाधारण बात है कि 21वीं सदी में भी इस तरह के आरोप लग रहे हैं, मेरे पास कहने के लिए शब्द नहीं हैं." उन्होंने एलान किया कि इस कार्यक्रम के आयोजकों में शामिल कारोबारी डेविड मेलर उनके मंत्रालय से गैर कार्यकारी बोर्ड सदस्य के पद से इस्तीफा दे रहे हैं. प्रधानमंत्री टेरीजा मे के प्रवक्ता ने कहा है कि इस घटना के बारे में पढ़ कर उन्हें बेहद तकलीफ हुई है, उन्होंने कहा है कि ऐसे कार्यक्रमों के लिए उन्हें नहीं बुलाया जाना चाहिए.
प्रेसिडेंट क्लब का सालाना जलसा लंदन के कैलेंडर का बीते सालों में एक अहम कार्यक्रम होता रहा है जिसमें शहर के रईस, फायनेंसर, राजनेता और दूसरे ताकतवर लोग आते रहे हैं. अखबार ने अपने दो लोगों को गुप्त रूप से इस कार्यक्रम में भेजा था. कार्यक्रम पार्क लेन के डॉर्चेस्टर होटल में पिछले हफ्ते हुआ. इसमें कारोबार, वित्त और राजनीति से जुड़े करीब 360 पुरुषों को आमंत्रित किया गया था. होस्टेस के रूप में काम करने के लिए 130 महिलाओं को काम पर रखा गया था.
रिपोर्ट के मुताबिक इन महिलाओं को छोटे कपड़े और ऊंची एड़ी के जूते पहनाए गए थे. इन सब महिलाओं से पांच पन्नों के एक करार पर दस्तखत कराया गया था जिसमें इस कार्यक्रम की जानकारी नहीं देने की शर्त भी थी. इस करार की कॉपी भी इन औरतों को नहीं दी गई.
पुरुषों के लिए तैयार निमंत्रण का नाम था एड स्पाइस टू योर वाइफ. इसमें नीलामी के लिए रखी गई चीजों में स्ट्रिप क्लब में एक रात और प्लास्टिक सर्जरी का एक कोर्स भी शामिल था. समाचार एजेंसी रॉयटर्स ने क्लब और उससे जुड़ी कंपनियों से फाइनेंशियल टाइम्स की रिपोर्ट पर प्रतिक्रिया के लिए संपर्क किया लेकिन कोई भी बात करने के लिए सामने नहीं आया. फाइनेंशियल टाइम्स के मुताबिक क्लब के दो संयुक्त चेयरमैन हैं. इनके नाम हैं ब्रुस रिची और मेलर. इन दोनों का प्रॉपर्टी डेवलपमेंट का काम है इसके साथ ही वे कई स्कूल भी चलाते हैं.
कार्यक्रम में शामिल हुए एक सांसद ने कहा कि वे वहां ज्यादा देर तक नहीं रुके क्योंकि उन्हें विपक्ष की आलोचना का डर था. कई राजनीतिक दलों के सदस्य इस कार्यक्रम में मौजूद थे.
एनआर/एमजे (रॉयटर्स)