चैम्पियंस लीग में आखिर चमके टॉरेस
२३ अक्टूबर २०१३मेसी की टीम रियाल मैड्रिड से ला लिगा के मैच की तैयारी में है. बहुत निंदा झेल चुके फर्नांडो टोरेस बुधवार को जगे तो अखबारों के पन्ने उनकी तारीफों से रंगे थे, उनके बूटों से निकले दो गोलों ने चेल्सी को चैम्पियंस लीग के ग्रुप ई में शीर्ष पर पहुंचा दिया. तीन साल पहले लीवरपूल से चेल्सी आए स्पेनी खिलाड़ी पांच करोड़ पाउंड की फीस को अब तक काम की साबित नहीं कर पाए थे ऐसे में ये इन तारीफों की गुंजाइश तो बनती ही है. तीन हफ्ते पहले बुखारा में घुटने की चोट के बाद पहली बार मैदान पर उतरे टोरेस ने चेल्सी को शाल्के पर 3-0 दिलाने में अहम भूमिका निभाई.
ब्रिटेन के डेली मिरर ने टोरस को "बवंडर" कहा तो डेली मेल ने उन्हें "अत्यंत सम्मोहक फॉर्म" में बताया. डेली टेलिग्राफ ने लिखा है लंदन के क्लब की ओर से 100वें मैच में, "वो उस शख्स की तरह नजर आए जिसके लिए रोमन अब्रामोविच ने 5 करोड़ पाउंड खर्च किए हैं...यूरोप के उस पीले पड़ चुके खतरनाक स्ट्राइकर की तरह नहीं, जैसा कि वो अक्सर दिखते रहे हैं." टोरेस ने इसी साल जून में कहा था कि उन्हें कोच होसे मॉरिन्यो की वापसी के बाद प्रेरणा मिली है. मंगलवार के मैच में वो अगर उनके सिर के वार से उछली गेंद खंभे से नहीं टकराई होती तो उनके नाम हैट्रिक होता.
उधर टॉरेस के देश में बार्सिलोना का एसी मिलान के साथ मंगलवार को हुआ मुकाबला बराबरी पर छूटा. ऐसा लगता है कि मेसी की टीम शनिवार को होने वाले स्पेनी लीग ला लीगा में रियाल मैड्रिड से मुकाबले के पहले और किसी चेतावनी की घंटी सुनने को तैयार नहीं है. बार्सिलोना अब तक ला लीगा के इस सत्र में अविजित रही है और चैम्पियंस लीग में अपने ग्रुप में उसने सारे मुकाबले जीते हैं. यूरोप के सबसे बड़े क्लबों की लीग में शीर्ष पर रहने के बावजूद बार्सिलोना को रक्षात्मक विरोधियों से संघर्ष करना पड़ रहा है जबकि उसके तरकश में अर्जेंटीना के लियोनेल मेसी और ब्राजील के फॉरवर्ड नेमार जैसे धुरंधर हैं. उधर रियाल बुधवार को जुवेंटस से मुकाबला करने जा रहा है. ला लीगा में अपने चिर प्रतिद्वंद्वी बार्सिलोना से तीन अंक पीछे चल रही टीम नोउ कैम्प में होने वाला यह मुकाबला अगर जीत जाती है तो उसके 10 मुकाबलों से 25 अंक हो जाएंगे और वह बार्सिलोना की बराबरी पर आ जाएगी.
मंगलवार को जर्मन क्लब बोरुसिया डॉर्टमुंड ने भी चैम्पियंस लीग में इंग्लिश क्लब आर्सेनल को 2-1 से हराया. टीम के पास अब केवल मुट्ठीभर मौके हैं और पिछले साल की उपविजेता टीम ने सोच समझ कर उनका इस्तेमाल कर रही है. 82वें मिनट तक धैर्य बनाए रखने के बाद रॉबर्ट लेवान्डोव्सकी के जरिए टीम ने मैच जिताऊ गोल कर मेजबान टीम की कमर तोड़ दी. दो मैच के लिए निलंबन झेल रहे टीम के कोच युर्गेन क्लॉप इस बार बड़ी खामोशी से स्टैंड में बैठ कर मैच देखते रहे लेकिन टीम के प्रदर्शन से उन्हें सांत्वना मिली. मैच के बाद क्लॉप ने कहा, "जिस तरह से आखिरी मिनटों में हम खेले वो शानदार था. टीम ने बहुत ज्यादा परिपक्वता दिखाई."
इसमें कोई शक नहीं कि डॉर्टमुंड ने बहुत अच्छा खेल दिखाया और मैच पर अपनी पकड़ बनाए रखी. उन्होंने अपने खेल के तरीकों में काफी बदलाव किया है. दो सीजन पहले जब वो लंदन के एक क्लब से 2-1 से हारे थे तब के युवा खिलाड़ियों के इस बार धड़ाधड़ आक्रमण वाले अंदाज को पीछे छोड़ शांत, सुव्यवस्थित और अनुशासित खेल खेलते दिखे. जर्मन लीग बुंडसलीगा में भी वो ठीक ठाक प्रदर्शन कर रहे हैं और शीर्ष पर चल रहे बायर्न म्यूनिख से लगातार बस एक अंक के फासले पर हैं. चैम्पियंस लीग में नैपोली के हाथों अपना पहला मैच गंवाने के बाद उन्होंने दो लगातार जीतों के साथ अपनी स्थिति मजबूत कर ली है.
एनआर/ओएसजे (रॉयटर्स)