1. कंटेंट पर जाएं
  2. मेन्यू पर जाएं
  3. डीडब्ल्यू की अन्य साइट देखें

चुनाव में चमके सितारे

७ अप्रैल २००९

रूपहले पर्दे के सितारे एक बार फ़िर राजनीति के मैदान में उतरे हैं. लेकिन इस बार कुर्सी का आकर्षण नहीं, बल्कि, उनके कहने के अनुसार, अपने चाहने वालों के प्रति एक ज़िम्मेदारी की भावना उन्हें खींच लाई है.

https://p.dw.com/p/HRvr
अभिनेता आमिर ख़ान जागरूक करेंगेतस्वीर: UNI

बॉलीवुड और राजनीति का रिश्ता यूं तो पुराना ही है. अमिताभ बच्चन, दिलीप कुमार सरीखे जाने माने अभिनेता भारतीय राजनीति में अपनी क़िस्मत आज़मा चुके हैं. लेकिन इस बार बॉलीवुड अभिनेता एक अलहदा इरादे के साथ चुनावी मैदान में उतरे हैं. उनका मकसद वोट बटोरना नहीं बल्कि जनता को वोट मशीनों की ओर खींच कर लाना है.

Amitabh Bachchan
नेतागिरी लंबी नहीं चलीतस्वीर: AP

अभिनेता निर्माता आमिर खान ने रंग दे बसंती के निर्देशक राकेश मेहरा के साथ मिल कर एक-एक मिनट की तीन टीवी फिल्में बनाने की योजना बनाई है, जिन में भारत की जनता से अच्छे ईमानदार राजनीतिज्ञों को वोट देने का आग्रह होगा. मुंबई में हुए आतंकवादी हमलों का उदाहरण देते हुए आमिर खान बोले कि इन हमलों ने भारत को पूरी तरह से बदल कर रख दिया है. इन हमलों के बाद हमारी जनता ज्यादा जागरूक हो गई है, राजनेताओं से अपेक्षाएं भी बढ़ गई हैं. ऐसे में एक ईमानदार और कार्यकुशल राजनेता चुनने की अहमियत और भी बढ़ गई है.

Schauspieler Aamir Khan
तस्वीर: AP

अभिनेता अजय देवगन ने भी कहा है कि वे इस बार वोट डालने ज़रूर जायेंगे और भारत के उच्च और मध्य वर्गीय लोगों को राजनीति के प्रति अपनी उदासीनता छोड़ वोट डालने के लिए प्रेरित करेंगे. हाल ही में उन्होंने कहा, "हमें अपने कर्तव्य का एहसास होना चाहिये जब हम ग़लत क़िस्म के लोगों को सत्ता में देखते हैं. ऐसा इसलिए होता है, क्योंकि हम लोग, जो कि पढ़े लिखे और विवेकशील हैं, कभी अपने घर से बाहर आ वोट तक नहीं डालते".

ऐसा नहीं है कि बॉलीवुड अभिनेताओं ने राजनीति में अपनी भूमिका के लिए सिर्फ़ प्रशंसा ही बटोरी है. अपनी लापरवाही और गै़रज़िम्मेदारी के चलते कइयों को कड़ी आलोचना का भी सामना करना पड़ा है. अभिनेता धर्मेंद्र जब राजनीति में सक्रिय थे, उस समय उनकी संसद में उपस्थिति का रिकार्ड इतना बुरा था कि एक क्षेत्रीय अख़बार ने धर्मेंद्र वांटेड यानि "धर्मेंद्र" चाहिए के नाम से उन पर एक व्यंग्यात्मक लेख छापा था.

रिपोर्टः एजेंसिंयां / रति अग्निहोत्रि

संपादनः राम यादव