चीन में बाढ़: 140 लोगों की गई जान
जून की शुरुआत से चीन में भारी बरसात हो रही है जिसके कारण देश की सबसे लंबी नदी यांग्त्से में बाढ़ आ गई है. पिछले छह दशकों में चीन ने इस तरह की बरसात दर्ज नहीं की है.
नया रिकॉर्ड
भीषण बारिश के बाद चीन में 33 नदियां अपने सबसे ऊंचे स्तर पर पहुंच गई हैं. मौसम विभाग के अनुसार अभी पूरा हफ्ता बरसात के रुकने के कोई आसार नहीं हैं.
सैकड़ों नदियां भरीं
चीन के जल विभाग का कहना है कि देश में 433 नदियों और बड़ी झीलों का जलस्तर चेतावनी स्तर से ऊपर पहुंच चुका है. जून की शुरुआत से ही वहां लगातार तेज बरसात हो रही है.
पहली बार
चीन में 1961 से मौसम का रिकॉर्ड रखा जा रहा है. तब से कभी भी इतनी बारिश दर्ज नहीं की गई थी जितनी पिछले छह महीनों में की गई है.
लाशें लापता
चीन के आपात मंत्रालय के अनुसार अब तक 141 लोग या तो लापता हैं या उनकी जान जा चुकी है. बाढ़ के कारण करीब 28,000 घरों को नुकसान पहुंचा है.
रेड अलर्ट
देश के कई हिस्से बाढ़ का सामना कर रहे हैं. सबसे बुरा हाल यांग्त्से नदी और ताई झील का है. यांग्त्से घाटी के आसपास रेड अलर्ट घोषित किया गया है.
झील भी लबालब
पोयांग झील के पास भी रेड अलर्ट घोषित किया गया है. वहां पानी सामान्य से तीन मीटर ऊपर उठ चुका है. देश का दक्षिणी और मध्य हिस्सा सबसे बुरी तरह प्रभावित है.
पहले कोरोना फिर बाढ़
कोरोना महामारी के कारण चीन की अर्थव्यवस्था पहले ही मुश्किल दौर से गुजर रही है. अब बाढ़ से उबरना चीन के लिए एक बड़ी चुनौती बन गया है.
अरबों का नुकसान
अब तक बाढ़ के कारण चीन को आठ अरब डॉलर से भी ज्यादा का नुकसान हो चुका है. कई बड़े पर्यटक स्थल भी बाढ़ से प्रभावित हुए हैं.
खतरे की घंटी
यांग्त्से ना केवल चीन की, बल्कि एशिया की सबसे लंबी नदी है. यांग्त्से के अलावा चीन की पीली नदी, झुंजियांग और ताइहु झील में भी पानी खतरे के निशान के ऊपर है.
वुहान में बाढ़
यांग्त्से नदी हुबेई प्रांत से भी गुजरती है. वुहान इसी प्रांत की राजधानी है, जहां से कोरोना महामारी की शुरुआत हुई थी. रिपोर्टों के अनुसार हुबेई प्रांत पर सबसे बुरा असर पड़ा है.
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