चिली में भूकंप का ख़ौफ़ और लूटपाट
२८ फ़रवरी २०१०चिली में 8.8 तीव्रता वाले भूकंप के एक दिन बाद केंद्रीय चिली के तट पर 6.1 तीव्रता वाला भूकंप आया. अमेरिकी जियोलोजिकल सर्वे के अनुसार भूकंप का केंद्र तलसा शहर से 63 किलोमीटर उत्तर में समुद्र तल से 35 किलोमीटर नीचे था.
शनिवार को आए भयानक भूंकप में अब तक कम से कम 400 लोग मारे गए हैं. बर्बादी का पूरा आकलन अभी नहीं हुआ है. राष्ट्रपति मिशेल बाचेलेट ने अराउसानिया, बियो बियो और माउल के प्रभावित क्षेत्रों में आपात् स्थिति लगा दी है. राष्ट्रीय आपदा कार्यालय के अनुसार 15 लाख घर या तो नष्ट हो गए हैं या क्षतिग्रस्त हुए हैं.
सबसे ज़्यादा नुकसान राजधानी सनतियागो से लगभग 500 किलोमीटर दूर स्थित शहरों तलसाहुआनो और कंसेप्सियोन को पहुंचा है. इन शहरों के आसपास के इलाकों में लगभग 10 लाख लोग रहते हैं. भूकंप का केंद्र कंसेप्सियोन से लगभग 90 किलोमीटर दूर प्रशांत सागर में 35 किलोमीटर गहराई में था.
भूकंप में जिन लोगों के घर नष्ट हो गए हैं, पहली रात उन्होंने डर कर खुले आसमान के नीचे रास्ते पर गुज़ारी. राजधानी सनतियागो में पहले भूकंप के बाद 70 छोटे बड़े झटके आए. कोई घर के अंदर रह कर जोखिम उठाने को तैयार नहीं था.
चिंता वाजिब है. पहले भूकंप ने और फिर सूनामी ने चिली के तट पर भारी तबाही मचाई है. आरंभिक अनुमानों के अनुसार 15 लाख घर तहस नहस हो गए हैं. अंतिम आंकड़े और बुरे हो सकते हैं, राष्ट्रपति मिशेल बाचेलेट ने भूकंपग्रस्त इलाकों से लौटकर कहा, "हमारा सरोकार राष्ट्रीय त्रासदी से है - विश्व इतिहास के सबसे भयानक भूकंपों में से एक जो मापा गया है. हमारे यहां 50 सालों से ऐसा कुछ नहीं हुआ था.अब तक आपदा से हुए पूरे नुकसान को बताना संभव नहीं है."
भूकंप पीड़ितों की मदद में चिली के अधिकारियों को भारी दिक़्क़तों का सामना करना पड़ रहा है. बहुत से अस्पतालों को नुकसान पहुंचा है. बिजली कटी हुई है, रोड और पुल टूट गए हैं, यहां तक कि हवाई अड्डे को भी बहुत नुकसान पहुंचा है. सहायता पहुंचने में भी समय लगेगा. कंसेप्सियोन में खान कम पड़ता जा रहा है. शहर में कम से कम एक सुपर बाज़ार को लूटे जाने की ख़बर है.
बहुत से देशों ने चिली को भूंकप से निबटने में सहायता की पेशकश की है. संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की मून ने अपनी संस्था की ओर से मदद का आश्वासन दिया है. यूरोपीय संघ ने तत्काल 30 लाख यूरो की सहायता जारी की है.
इस बीच चिली के भूकंप के लगभग 24 घंटे बाद लगभग सवा मीटर ऊंची समुद्री लहरें जापान के तट पर पहुंची हैं. जापान को तीन मीटर तक ऊंची समुद्री लहरों का अंदेशा था, लोगों को उंचे स्थानों पर जाने को कहा गया. लगभग सवा तीन लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया. अंत में डेढ़ मीटर की लहरें आईं. नुकसान का अब तक पता नहीं है.
भूकंप के बाद सूनामी आने का ख़तरा था. 53 देशों को चेतावनी दी गई थी, जिसे इस बीच वापस ले लिया गया है. हवाई पर भी सूनामी की आशंका गलत साबित हुई. चेतावनी ऑस्ट्रेलिया में भी दी गई, लेकिन लहरें सामान्य रहीं. लोगों ने यहां और ऊंची लहरें देखी हैं, इसलिए वे समुद्र का आनंद ले रहे हैं. चिली को भूकंप और सूनामी से हुई बर्बादी से निबटना है.
रिपोर्ट: एजेंसियां/महेश झा
संपादन: एम गोपालकृष्णन