घोड़ागाड़ी पर व्यापारियों के ऐतिहासिक रास्ते का सफर
३ जून २०१९मध्यकाल से ही जर्मन व्यापारियों के दल इस रास्ते का इस्तेमाल करते रहे हैं. अब उसकी पुरानी अनुभूतियों को जीवित करने के लिए यह यात्रा शुरू की गई है. यात्रा शनिवार को जर्मन राज्य बवेरिया के दक्षिणी शहर आउग्सबुर्ग से शुरू हुई. इस रास्ते से होता हुआ यह दल उत्तर में सेलिगेनस्टाट तक जाएगा. यही वह जगह है जहां फ्रैंकफर्ट पहुंचने से पहले व्यापारियों के दल का आखिरी पड़ाव होता था. फ्रैंकफर्ट आज की ही तरह उस दौर में भी कारोबार का बड़ा केंद्र था.
170 लोगों के इस दल में कई महिलाएं और 43 घोड़ों के साथ ही 18 घोड़ागाड़ियां हैं. ये लोग मुख्य रूप से साइकिल रास्ते का इस्तेमाल कर रहे हैं जो खेतों और जंगलों से हो कर गुजरता है. इस तरह से आज के दौर में मोटरगाड़ियों के चलने के लिए बनाई सड़कों से ये लोग दूर हैं. आयोजकों ने जर्मन अखबार आउग्सबुर्गर अलगेमाइने को बताया कि ऐसा इसलिए किया गया ताकि जितना संभव हो असल रास्ते के करीब रहा जाए. इसके साथ ही इस यात्रा की वजह से सड़कों पर ट्रैफिक जाम की आशंका भी नहीं है.
14 चरणों की यह यात्रा इस महीने की 15 तारीख को सेलिगेनस्टाट के बाजार में खत्म होगी.
सड़क पर खतरा
इस यात्रा के जरिए उन ऐतिहासिक यात्राओं को दिखाने की कोशिश की गई है जो 18वीं सदी में हुआ करती थी. बवेरिया के व्यापारी अपना सामान फ्रैंकफर्ट के व्यापार मेलों में बेचने के लिए लेकर आया करते थे. व्यापारियों के दल को उन दिनों बड़ी मात्रा में राजकीय सैनिकों को पैसा देना पड़ता था. ये सैनिक उनकी रास्ते में लुटेरों और चोरों से सुरक्षा करते थे. उस वक्त ऐसी घटनाएं बहुत आम हुआ करती थीं.
इस तरह की यात्राएं सेलिगेनस्टाट में 2003 के बाद से हर साल आयोजित हो रही हैं. इसमें कथित "व्यापारी" या तो आउग्सबुर्ग या फिर न्यूरेमबर्ग से यात्रा शुरू कर यहां आते हैं.
टिमोथी जोन्स/एनआर
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