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ग्राउंड जीरो पर खुशी का माहौल

२ मई २०११

ओसामा बिन लादेन की करतूतों में न्यूयॉर्क के टावरों पर 11 सितंबर के हमले को सबसे भयानक माना जाता है. और ओसामा की मौत की खबर आने के बाद ग्राउंड जीरो के नाम से मशहूर हो चुके इस स्मारक के पास खुशी का माहौल छा गया.

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तस्वीर: AP

अल कायदा के सरगना की मौत के बारे में राष्ट्रपति ओबामा की घोषणा के बाद ही ग्राउंड जीरो के आस पास की सड़कों पर भीड़ जमा होने लगी. वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पर हमले में मारे गए 2,700 से अधिक लोगों के रिश्तेदार, पुलिस और फायर ब्रिगेड के सदस्य व आम नागरिकों के बीच खुशी का माहौल छा गया था, जैसा कि पिछले कई दशकों में नहीं देखा गया था.

शहर के जिम्मेदार अधिकारी भी खुलकर अपनी राय देने लगे. न्यूयॉर्क पुलिस के प्रधान रेमंड केली ने कहा कि ओसामा की मौत यहां मारे गए लोगों के परिजनों के लिए एक स्वागतयोग्य घटना है. न्यूयॉर्क के मेयर माइकल ब्लूमबर्ग ने कहा कि शहर के नागरिक लगभग दस साल से इस खबर का इंतजार कर रहे थे.

ग्राउंड जीरो के आसपास की सड़कें कुछ ही मिनटों के अंदर लोगों की भीड़ से खचाखच भर गईं. हजारों लोग राष्ट्रीय झंडे फहरा रहे थे और राष्ट्रीय गीत गा रहे थे.

डायना मासारोली के पति माइकल उस हमले में मारे गये थे. उन्होंने कहा कि यहां आए बिना उनसे रहा नहीं गया. उनके हाथ में अपने पति की एक तस्वीर थी, और लोग उनका फोटो खींच रहे थे.

एक फायर ब्रिगेड कर्मी को एक विशाल अमेरिकी झंडे के साथ लाइट पोस्ट के ऊपर देखा गया. झंडे के लहराने के साथ साथ हजारों लोग ब्रूस स्प्रींगस्टीन का गीत गा रहे थे: बॉर्न इन द यूएसए.

वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पर उस भयानक हमले के बाद मारे जाने वालों में फायर ब्रिगेड कर्मियों की संख्या काफी अधिक थी, जो दोनों भवनों में फंसे लोगों को बचाने की कोशिश कर रहे थे. मध्य रात्रि के बाद न्यूयार्क की फायर ब्रिगेड संस्था लैडर 4 के ट्रक भी ग्राउंड जीरो तक पहुंचे. संस्था के प्रतिनिधि कैप्न पैट्रिस मैकलीड ने कहा, "इतनी भयानक त्राषदी के बाद आज हम फिर खुश हैं. यह हम सबके लिए एक अध्याय का अंत है, मुस्लिम नागरिकों के लिए भी."

रिपोर्ट: एजेंसिया/उभ

संपादन: ओ सिंह