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गोल पर खुशी का अनैतिक इजहार, सस्पेंड हुए ईरानी

२ नवम्बर २०११

दो ईरानी फुटबॉल खिलाड़ियों को इसलिए सस्पेंड कर दिया गया है कि उन्होंने अपनी टीम का गोल होने पर मैदान पर खुशी का जिस तरह से इजहार किया उसे ईरानी फुटबॉल फेडरेशन ने अनैतिक माना है.

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मोहम्मद नोसरतीतस्वीर: Mohammad Nosrati

ईरान की ईसना न्यूज एजेंसी ने कहा है कि पर्सेपोलिस टीम के डिफेंडर मोहम्मद नोसरती ने पिछले शनिवार को दामाश गिलान के खिलाफ अपनी टीम के गोल की खुशी मनाने के लिए साथी खिलाड़ी शेज रेजाई का पिछवाड़ा पकड़ लिया. हालांकि दोनों खिलाड़ियों ने कहा है कि ऐसा हड़बड़ी में हुआ, ईरानी फुटबॉल फेडरेशन की अनुशासन समिति ने उन्हें अनैतिक अपराध के लिए अगले नोटिस तक सस्पेंड कर दिया है.

नैतिकता का चाबुक

ईरानी फुटबॉल फेडरेशन ने एक बयान में कहा है कि इस मामले में शामिल दूसरे खिलाड़ियों को भी सस्पेंड किया जाएगा. फेडरेशन की अनुशासन समिति के प्रमुख इस्माइल हसनजादेह ने कहा कि नोसरती और रेजाई को फुटबॉल से संबंधित सभी गतिविधियों के लिए अनिश्चितकाल तक सस्पेंड कर दिया गया है. दोनों खिलाड़ियों को उनके क्लब ने भी सस्पेंड कर दिया है और 50 करोड़ रियाल (40,000 डॉलर) का जुर्माना देने को कहा गया है. पर्सेपोलिस की टीम सबसे लोकप्रिय क्लब टीम है और उसे ईरानी सरकार से अनुदान भी मिलता है.

पर्सेपोलिस क्लब के एक प्रवक्ता ने समाचार एजेंसी ईसना से कहा, "नोसरती राष्ट्रीय टीम में पिछले 11 साल से हैं, लेकिन हमारे लिए इसका कोई अर्थ नहीं है, जब मामला सामाजिक और नैतिक वर्जनाओं को इतने बेहूदा तरीके से तोड़ने का हो."

पेर्सेपोलिस के मैनेजर महमूद खोर्दबीन को पहले ही हटा दिया गया है, क्योंकि उन्होंने घटना को देखा लेकिन उसके बारे में क्लब या फेडरेशन को रिपोर्ट नहीं दी. यह घटना टेलीविजन पर मैच के लाइव प्रदर्शन के दौरान हुई जिसे देश भर में लाखों लोगों ने देखा. दर्शकों की राय बंटी हुई है, कुछ इसे भोंडा मानते हैं तो दूसरे इसमें कोई बुराई नहीं देखते.

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ईरान की राष्ट्रीय टीम में नोसरती(नंबर 16)तस्वीर: picture-alliance/dpa

"अंजाने में हुआ सब कुछ"

नोसरती ने घटना के लिए माफी मांगी है और कहा है कि ऐसा अचानक हुआ. "मैं गोल के बारे में इतना खुश हो गया था मैं खिलाड़ियों के साथ मिलकर गोल करने वाले साथी को बधाई देना चाहता था और मुझे पता ही नहीं था कि मेरा हाथ कहां गया." उन्होंने कहा, "मैं सालों से प्रीमियर लीग में खेल रहा हूं, मेरे साथ कभी कोई कांड नहीं हुआ है, और इस मामले में भी मैं कसम खाता हूं कि यह जानबूझकर नहीं हुआ."

29 वर्षीय डिफेंडर ने इस घटना पर हुए हंगामे के लिए सरकारी टेलीविजन को जिम्मेदार ठहराया और कहा कि घटना की तस्वीर कई बार स्लो मोशन में दिखाई गई. नोसरती ने कहा कि इसने भोलीभाली क्षणिक मुद्रा को हंगामा बना दिया.

कानून विभाग के एक अधिकारी ने समाचार एजेंसी फार्स ने कहा है कि दोनों खिलाड़ियों के मामले को अपराध समझा जाना चाहिए. जज वलीओल्लाह होसैनी ने कहा, "खुलेआम इस तरह की अनैतिक कार्रवाई के लिए 10 से 60 दिन की कैद और 74 कोड़ों की सजा होती है." ईरान की संसद इस मामले में खेल मंत्री को तलब करने पर विचार कर रही है.

ईरानी फुटबॉल फेडरेशन काफी समय से घरेलू फुटबॉल में सामाजिक मूल्य लाने की कोशिश कर रहा है, लेकिन उसके प्रयासों के बावजूद फैंस भोंडे नारों के साथ रेफरी के फैसलों पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते रहे हैं. तथाकथित भोंडे माहौल के कारण ईरान ने बहुत सारे महिला फुटबॉल फैंस पर मैच देखने पर पाबंदी लगा दी है.

रिपोर्ट: डीपीए,एएफपी/महेश झा

संपादन: ए कुमार

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