गुआंतानामो आर्ट
अमेरिका में आतंकी हमलों के बाद बनी जेल गुआंतानामो बे पर कैदियों पर बड़ी पाबंदियां हैं. उन्हें जिन चीजों की अनुमति है उनमें एक पेंटिंग करना भी है. न्यू यॉर्क की एक गैलरी कुछ पेंटिग्स को दिखा रही है.
सींखचों के पीछे से
यमन में पैदा हुए मुहम्मद अल अंसी को 15 साल तक बिना मुकदमे के कैद रखा गया. उनका कहना है कि उन्हें यातना भी दी गई. पेंटिंग ने गुआंतानामो की परिस्थितियों से मुकाबला करने में उनकी मदद की.
गुआंतानामो में चक्कर
ये पाकिस्तानी कैदी अम्मार अल बलूची की पेंटिंग का नाम है. वह वहां 10 साल कैद रहे. उससे पहले तीन साल वह खुफिया एजेंसी सीआईए की विभिन्न जेलों में रहा. उनकी पेंटिंग कैद की परिस्थितियों का सीधा जवाब है.
खामोश जिंदगी
पाकिस्तान के अहमद रब्बानी को भी क्यूबा पर स्थित गुआंतानामो बे जेल भेजे जाने से पहले सीआईए की विभिन्न जेलों में रखा गया. उन पर अल कायदा का सदस्य होने के आरोप थे, लेकिन पेंटिंग उन्हें कुछ और ही दिखाती हैं.
टाइटेनिक
जब गुआंतानामो के कैदियों के पास रंग खत्म हो जाता था तो उन्हें पेंटिंग के लिए दूसरी चीजों का सहारा लेना पड़ता था. खालिद कासिम अभी भी कैद 41 बंदियों में शामिल हैं. इस पेंटिंग के लिए उन्होंने कॉफी पावडर और रेत का सहारा लिया.
सिटीस्केप
गुआंतानामो के कैदियों द्वारा पेंट की गई तस्वीरों में ज्यादातर में समुद्र केंद्रीय भूमिका में है. तट से टकराती समुद्री लहरों की आवाज जेल के कमरों में सुनी जा सकती है. ये तस्वीर 15 साल कैद रहे अब्देल मलिक अल रहाबी ने याद से बनाई है.
डूबा शरणार्थी बच्चा
समुद्र में डूबे शरणार्थी बच्चे आयलान कुर्दी की तस्वीर पूरी दुनिया में सुर्खियों में रही. गुआंतानामो के कैदी 2008 से टेलिविजन देख सकते थे. उन्होंने भी देखी. यमन के कैदी मुहम्मद अल अंसी ने घटना का पता चलने पर ये तस्वीर बनाई.
प्रेसिडेंट्स गैलरी, न्यू यॉर्क
गुआंतानामो के कैदियों की पेंटिग्स न्यूयॉर्क के जॉन जे कॉलेज ऑफ क्रिमिनल जस्टिस के प्रेसिंडेंट्स गैलरी में दिखाई जा रही है. यह एक प्रसिद्ध उदारवादी आर्ट स्कूल है. 26 जनवरी तक चलने वाली प्रदर्शनी अमेरिका में काफी विवादों में है.
कंटीले तारों के पीछे
तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा के वादों के बावजूद गुआंतानामो बे की जेल अभी भी बंद नहीं हुई है. ओबामा ने जब कार्यभार संभाला तो वहां 242 बंदी थे, 2017 के अंत में 41 थे. स्पष्ट नहीं कि उन्हें कब रिहा किया जाएगा.