गर्मी का फायदा मिला वाइन को
जर्मनी में आम तौर पर सितंबर से वाइन बनाने के लिए अंगूर की कटाई शुरू होती है. लेकिन तेज गर्मी के चलते इस बार तीन हफ्ते पहले ही यह काम शुरू हो रहा है.
नया रिकॉर्ड
जर्मनी में कभी भी इतनी जल्दी अंगूर की फसल नहीं काटी गई. लेकिन 2018 में रिकॉर्ड तोड़ तापमान होने के कारण अंगूर जल्दी पक गए और अगस्त के महीने से ही वाइन बनाने का सिलसिला शुरू होने लगा.
किसान परेशान
इतनी लंबी गर्मी और कम बरसात के कारण जर्मनी और आसपास के देशों में फसल पर काफी असर पड़ा है. किसान 30 फीसदी फसल के नुकसान की बात कर रहे हैं. केवल अंगूर के जरिए ही मुनाफे की उम्मीद है.
वाइन से उम्मीद
कटाई जल्दी शुरू होने का मतलब है कि नई वाइन बाजार में जल्दी उतारी जा सकती है. जर्मनी के किसान उम्मीद कर रहे हैं कि इस साल इटली की वाइन को अच्छी टक्कर दी जा सकती है.
धूप का फायदा
अंगूरों की देखभाल जनवरी से ही शुरू हो जाती है. बहुत ज्यादा गर्मी पड़ने पर अंगूरों को पानी भी नियमित रूप से देना पड़ता है. तेज धूप भले ही बाकी की फसल को नुकसान पहुंचा रही हो लेकिन अंगूर को इसका फायदा मिल रहा है.
कई किस्में
जर्मनी में अंगूर की कई किस्में उगाई जाती हैं. हर किस्म की कटाई का अलग वक्त होता है और हर किसी से अलग अलग तरह की वाइन बनती है. इसे परखने के लिए लोग वाइन टेस्टिंग भी करते हैं.
फेडरवाइसर से शुरुआत
वाइन बनाने की प्रक्रिया में ये शुरुआती कदम होता है. इसे अल्कोहल की थोड़ी मात्रा वाले अंगूर के रस के रूप में समझा जा सकता है. वाइन के शौकीन खास तौर पर इसे चखने के लिए अंगूर के खेतों में पहुंचते हैं. रिपोर्ट: टेरेसा सोस्टमन