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गडकरी ने अपशब्द कह कर माफी मांगी

१३ मई २०१०

बीजेपी अध्यक्ष नितिन गडकरी ने लालू प्रसाद यादव और मुलायम सिंह यादव के ख़िलाफ़ अपशब्द कहे. लोकसभा में कटौती प्रस्ताव के नाकाम होने की वजह से झल्लाए गडकरी. बाद में अपनी भाषा के लिए माफ़ी मांगी.

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तस्वीर: AP

नई दिल्ली में बीजेपी की बैठक को संबोधित करते हुए गडकरी की ज़बान से लालू और मुलायम के लिए आग बरसी. आरजेडी और एसपी के शीर्ष नेताओं की आलोचना करते हुए गडकरी ने कहा कि, दोनों ख़ुद को शेर की तरह दर्शाते हैं, लेकिन सीबीआई जांच का मामला आते ही डर जाते हैं....(अपशब्द)...की तरह कांग्रेस और सोनिया गांधी के तलवे चाटने लगते हैं.

बीजेपी का आरोप है कि सरकार अपने राजनीतिक फ़ायदे के लिए सीबीआई का इस्तेमाल कर रही है. यही वजह है कि लालू, मुलायम और मायावती जैसे नेता केंद्र की जेब में आ गए हैं. बीजेपी अध्यक्ष ने कहा कि एसपी, आरजेडी और बीएसपी ने एनडीए के कटौती प्रस्ताव का समर्थन सीबीआई जांच के डर के चलते नहीं किया. गडकरी ने कहा, ''ये सभी विपक्ष में हैं लेकिन असल में ये लोग कांग्रेस से मिले हुए हैं.''

Indien Parlament Frauenrechte März 2010
तस्वीर: UNI

दरअसल पिछले महीने महंगाई के ख़िलाफ़ बीजेपी कटौती प्रस्ताव लेकर आई थी. कटौती प्रस्ताव का एनडीए और लेफ्ट ने समर्थन किया. आरजेडी और एसपी उस वक्त देश में महंगाई के ख़िलाफ़ प्रदर्शन कर रहे थे लेकिन कटौती प्रस्ताव पर उन्होंने सरकार का साथ दिया. लोकसभा में कटौती प्रस्ताव बुरी तरह गिर गया, जिसके चलते बीजेपी भड़की हुई है.

लेकिन दिन भर बरसने के बाद अब बीजेपी को अपने अध्यक्ष के शब्दों की वजह से शर्म आ रही है. गडकरी ख़ुद कह चुके हैं कि, ''अगर मेरी बातों से दोनों नेताओं को ठेस पहुंची है तो मैं इसके लिए माफ़ी मांगता हूं.''

इस बीच आरजेडी ने गडकरी के बयान की निंदा की है. पार्टी के एक नेता ने कहा कि गडकरी ऐसे बयान देकर अपनी ओछी मानसिकता का नमूना पेश कर रहे हैं. वैसे हाल के दिनों में संसद के अंदर और बाहर व्यक्तिगत हमलों और अपशब्दों की बाढ़ की आ गई है. इसे देखते हुए कहा जा सकता है कि यह भारतीय राजनीति का उत्थान तो कतई नहीं है.

रिपोर्ट: पीटीआई/ओ सिंह

संपादन: आभा मोंढे