खेलों के ऑस्कर ने इन हाथों को चूमा
जर्मनी की राजधानी बर्लिन में 2020 के लॉरेयस खेल पुरस्कार दिए गए. इस दौरान नामांकित होने वाले और जीतने वाले हर शख्स की कहानी अपने आप में एक फलसफा थी. एक नजर विजेताओं पर.
लॉरेयस बेस्ट स्पोर्टिंग मोमेंट
भारतीय क्रिकेट टीम का 2011 में आईसीसी वर्ल्ड कप जीतना और सचिन तेंदुलकर का पूरे भारत पर छा जाना. ट्रॉफी हाथ में लेते हुए सचिन तेंदुलकर ने कहा कि कई चीजें लोगों की राय में अंतर पैदा कर सकती हैं, लेकिन वर्ल्ड कप की उस जीत ने पूरे देश को एक जैसी खुशी में पिरो दिया.
लॉरेयस वर्ल्ड स्पोर्ट्सवुमेन ऑफ द ईयर
अमेरिकी जिमनास्ट सिमोन बाएश 22 साल की उम्र में जिमनास्टिक के इतिहास में सबसे ज्यादा स्वर्ण पदक जीतने वाली महिला खिलाड़ी बन चुकी हैं. यह तीसरा मौका है जब उन्हें लॉरेयस पुरस्कार मिला है.
लॉरेयस वर्ल्ड कमबैक ऑफ द ईयर
तमाम विपरीत परिस्थितियों से निपटते हुए फिर से अपना मुकाम हासिल करने वाले खिलाड़ियों को दिया जाने वाला यह सम्मान 19 साल की जर्मन मोटो जीपी रेसर सोफिया फ्लोएर्ष ने जीता. 2018 में फॉर्मूला-3 रेस के दौरान सोफिया भयानक हादसे का शिकार हुईं. बुरी तरह घायल हुई सोफिया ने पांच महीने बाद फिर ट्रैक पर वापसी की.
लॉरेयस लाइफटाइम एचीवमेंट अवॉर्ड
जर्मनी के पूर्व बॉस्केटबॉल खिलाड़ी डिर्क नोवित्स्की को उनके पूरे करियर और खेलों को बढ़ावा देने में उनके योगदान के लिए यह सम्मान दिया गया. नोवित्स्की की गिनती बॉस्केटबॉल के बड़े खिलाड़ियों में होती है.
लॉरेयस वर्ल्ड टीम ऑफ द ईयर
यह खिताब दक्षिण अफ्रीका की रग्बी टीम के नाम हुआ. फुटबॉल क्लब लीवरपूल, फॉर्मूला वन टीम मर्सिडीज और अमेरिकी महिला फुटबॉल टीम से ज्यादा वोट पाकर अफ्रीकी पुरुष रग्बी टीम ने पहली बार यह अवॉर्ड जीता.
लॉरेयस वर्ल्ड स्पोर्ट्सपर्सन ऑफ द ईयर विद ए डिसएबिलिटी
दो कृत्रिम पैरों के सहारे लंबी दूरी तक तेज रफ्तार से स्की करने और ट्राई साइक्लिंग करने वाली अमेरिका की ओक्साना मास्टर्स को यह सम्मान मिला. ट्रॉफी लेने के बाद ओक्साना ने कहा कि, उन्होंने लोगों के निराशाजनक दावों को गलत साबित करने की ठानी और जी जान से मेहनत की.