क्या यह दुनिया का सबसे खतरनाक देश नहीं..
मध्य अमेरिकी देश होंडुरास में आपराधिक गुटों का दबदबा इतना ज्यादा है कि वे देश और समाज के अस्तित्व के लिए ही खतरा बन गए. ऐसे में लोगों के पास भागने के अलावा कोई और चारा नहीं हैं.
सबसे हिंसक देशों में से एक
होंडुरास उन देशों में शामिल है जहां हत्याओं की दर सबसे ज्यादा है. 2011-2012 में वहां प्रति एक लाख लोग 86 हत्याएं दर्ज की गईं. इसका मतलब है कि 90 लाख की आबादी वाले देश में एक साल के भीतर 7,172 लोगों को मारा गया. 2018 में यह आंकड़ा घट कर प्रति एक लाख 40 हो गया. लेकिन आपराधिक गुटों का दबदबा बदस्तूर कायम है.
ताकतवर गैंग
होंडुरास में लगभग 40 हजार गैंग सदस्य हैं. मारा सल्वात्रुचा (एमएस-13) और बोरियो-18, दो मुख्य आपराधिक गुट हैं जिनके बीच ड्रग्स, इंसानी तस्करी, फिरौती और अन्य आपराधिक गतिविधियों को लेकर अकसर झड़पें होती रहती हैं. तस्वीर में बोरियो-18 गुट के दो सदस्य देखे जा सकते हैं.
सस्ती है जिंदगी
इन गैंगों के आगे प्रशासन भी लाचार है. ऐसे में, बढ़ती हिंसा लोगों की जिंदगी मुहाल किए हुए है. आए दिन लोगों के पड़ोस में ताबूत उठते रहते हैं. परिवारों को चिंता लगी रहती है कि उनके 10-11 साल के बच्चों को भी कहीं गैंग में भर्ती ना कर लिया जाए. इन हालात से बचने के लिए ही लोग अमेरिका और मेक्सिको की तरफ भागने का जोखिम उठाते हैं.
अस्तित्व का संकट
गैंगों की इस हिंसा ने होंडुरास के समाज और प्रशासन को दोफाड़ कर दिया है. अमेरिकी नेशनल डिफेंस यूनिवर्सिटी की रिपोर्ट कहती है कि एमएस-13 एक ऐसी आपराधिक-आर्थिक-सैन्य-राजनीतिक ताकत बन गया है कि अब उससे होंडुरास के अस्तित्व को खतरा है. इस गुट ने पुलिस, सेना, न्यायपालिका और राजनीतिक व्यवस्था, सब जगह घुसपैठ कर ली है.
पुलिस की गश्त
होंडुरास में माना जाता है कि एमएस-13 ने पुलिस में घुसपैठ कर उसे भ्रष्ट बना दिया है. इसीलिए पुलिस की मदद से वह अपना विस्तार भी कर रहा है. यही नहीं, पुलिस उसके विरोधी गुट को निशाना भी बनाती है. ये भी आरोप लगते हैं कि पुलिस और सुरक्षा बल गैंग के सदस्यों को ट्रेनिंग देते हैं.
कोई न्याय नहीं
भ्रष्ट और नकारे आपराधिक सिस्टम की वजह से हिंसा दिन प्रति दिन बढ़ती जा रही है. ऐसे में इंसाफ की सभी उम्मीदें दम तोड़ रही हैं. बताया जाता है कि होंडुरास में हत्याओं के 80 फीसदी मामलों की कभी जांच नहीं होती. जिन मामलों की जांच होती भी है, उनमें से 96 फीसदी मामलों में कोई फैसला नहीं सुनाया जाता.
पलायन
होंडुरास के हजारों लोग बेहतर जिंदगी की आस में अमेरिका की तरफ भाग रहे हैं. यह सफर आसान नहीं है, लेकिन लोगों के पास कोई विकल्प भी हो तो नहीं है. अमेरिकी अधिकारियों का कहना है कि आपराधिक गुटों के कुछ लोग उनके देश में घुसने की कोशिश कर रहे हैं. बहुत से गैंग सदस्यों को अमेरिका ने वापस होंडुरास भेजा भी है.