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क्या भारत भी छोड़ रहा है ईरान का साथ?

११ जुलाई २०१८

चीन के बाद ईरानी तेल का सबसे बड़ा खरीदार भारत है. लेकिन जून के महीने में भारत में ईरान से होने वाले तेल आयात में बड़ी कमी दर्ज की गई है.

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तस्वीर: picture-alliance/EPA/Ria Novosti

अमेरिका में ट्रंप प्रशासन ने मई में ईरानी परमाणु डील से हटने के बाद ईरान पर फिर से कड़े प्रतिबंध लगाने की घोषणा की. अमेरिका ने विश्व समुदाय से अपील की कि वह ईरान से तेल न खरीदें. अमेरिका ने भारत से भी 4 नवंबर तक ईरान से तेल की खरीद को शून्य स्तर पर लाने या प्रतिबंधों का सामना करने को तैयार रहने को कहा है.

ऐसे में, समाचार एजेंसी रॉयटर्स को शिपिंग और उद्योग सूत्रों से मिली जानकारी भारत को होने वाली ईरानी तेल की आपूर्ति में गिरावट की तरफ इशारा करती है. सूत्रों का कहना है कि मई में भारत ने ईरान से जहां प्रतिदिन 705,200 बैरल तेल खरीदा, वहीं जून में यह संख्या प्रतिदिन घटकर 592,800 बैरल रह गई.

इन देशों के पास है सबसे बड़ा तेल भंडार

पिछले दिनों संयुक्त राष्ट्र में अमेरिकी राजदूत निकी हेली जब भारत के दौरे पर थीं तो उन्होंने कहा था कि भारत को ईरान से होने वाले तेल आयात में कटौती करनी चाहिए. उन्होंने कहा, "भारत और अमेरिका के बीच हम साझेदारी कायम कर रहे हैं और उम्मीद करते हैं कि भारत ईरानी तेल पर अपनी निर्भरता कम करेगा."

इस बीच, भारतीय मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक, ईरान ने भारत पर आरोप लगाया है कि चाहबाहर पोर्ट के विस्तार में निवेश का जो वादा किया गया था, भारत उसे पूरा नहीं कर रहा है. नई दिल्ली में ईरानी उप राजदूत मसूद रेजवानियन ने कहा कि अगर भारत ईरानी तेल के आयात में कटौती करेगा तो वह "विशेष अधिकार" खो देगा.

उन्होंने कहा, "यह अफसोस की बात है कि चाहबाहर पोर्ट के विस्तार और उसकी कनेक्टिविटी से जुड़ी परियोजनाओं के लिए भारत ने अब तक निवेश नहीं किया है. हम उम्मीद करते हैं कि भारत इस दिशा में कदम उठाए, अगर वह समझता है कि चाबहार पोर्ट में उसका सहयोग और साझेदारी रणनीतिक है."

चीन के बाद भारत ईरानी तेल का दूसरा सबसे बड़ा खरीदार है. लेकिन खबरें हैं कि भारत ने रिफाइनरियों से कहा है कि वे वैकल्पिक तेल सप्लायर तलाशें क्योंकि भारत ईरान पर लगे अमेरिकी प्रतिबंधों के मुताबिक ईरानी तेल का आयात घटाना चाहता है.

भारत की निजी रिफाइनरियों ने जून के महीने में ईरान से होने वाले आयात को घटाया है जबकि सरकारी रिफाइनरियों ने खरीद में इजाफा किया है. भारत की प्रतिदिन 50 लाख बैरल की रिफाइनिंग क्षमता में 60 फीसदी हिस्सेदारी सरकारी रिफाइनरियों की है, जिन्होंने मई के मुकाबले जून में ईरान से 10 प्रतिशत ज्यादा तेल आयात किया. आंकड़े बताते हैं कि जून में उन्होंने प्रतिदिन 454,000 बैरल तेल आयात किए. लेकिन कुल मिलाकर ईरान से होने वाले तेल आयात में गिरावट आई है.

एके/एमजे (रॉयटर्स)

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