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क्या अब बीजेपी नाम बदल लेगी?

अपूर्वा अग्रवाल
११ दिसम्बर २०१८

जैसे-जैसे विधानसभा चुनावों के रुझान और नतीजे सामने आ रहे हैं, सोशल मीडिया पर हर पार्टी के समर्थक भी खूब प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं. कोई कह रहा है कि बीजेपी अब नाम बदल देगी तो कोई हिंदुओं को ही नाशुक्रे कह रहा है.

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Indien Wahlen Uttar Pradesh
तस्वीर: Getty Images/AFP/P. Singh

पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनावों के नतीजे से जुड़े रुझान बता रहे हैं कि छत्तीसगढ़ और राजस्थान में कांग्रेस का वनवास अब खत्म हो सकता है. वहीं मध्यप्रदेश में कांटे की टक्कर जारी है. मिजोरम में कांग्रेस का किला ढह चुका है और तेलंगाना में तेलंगाना राष्ट्रीय समिति ने किसी राष्ट्रीय पार्टी को जीत की तरफ बढ़ने भी नहीं दिया. अब तक पूरे नतीजे घोषित नहीं हुए हैं लेकिन बीजेपी और कांग्रेस के नेताओं समेत समर्थकों ने सोशल मीडिया पर एक-दूसरे की खिंचाई शुरू कर दी है.

ट्विटर पर अपने संदेश में एक यूजर प्रोफेसर हरि ओम ने लिखा, "बीजेपी की हालत के लिए कौन जिम्मेदार है, बीजेपी की धर्मनिरपेक्षता, घमंड, अति-आत्मविश्वास, अल्पसंख्यक तुष्टिकरण, राम मंदिर पर ढुलमुल रवैया, रोहिंग्या मसला, धारा 35ए या धारा 370"

बीजेपी की खराब होती स्थिति पर एक यूजर रुपिम पराशर ने ट्वीट कर कहा, "बीजेपी का हो गया काम, जय श्री राम."

ट्विटर पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का एक मीम भी खूब चल रहा है. जिसमें योगी आदित्यनाथ मोदी को कांग्रेस का नाम बदलकर बीजेपी करने की सलाह दे रहे हैं.

हिंदी भाषी राज्यों में बीजेपी को हटाकर कांग्रेस का सत्ता के करीब आना जानकारों को भी हैरानी में डाल रहा है. इस पर टि्वटर यूजर सोनी मिश्रा ने कहा कि हिंदी भाषी राज्यों में कांग्रेस के अच्छे नतीजों का असर साल 2019 के आम चुनावों पर भी पड़ेगा.

वहीं बीजेपी समर्थकों का गुस्सा भी सोशल मीडिया पर जमकर निकल रहा है. अपने एक ट्वीट में एक यूजर आलोक सिंघल ने लिखा, "हिंदू सबसे ज्यादा नाशुक्रे हैं. वह बस अपनी जरुरतों को पूरा करने के लिए वोट देते हैं. इसलिए राहुल गांधी को ही प्रधानमंत्री बना दो क्योंकि वह नरेंद्र मोदी, शिवराज सिंह चौहान जैसे लोगों के लायक नहीं है."

अब तक के रुझानों मुताबिक छत्तीसगढ़ और राजस्थान में कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी बनकर सामने आ रही है. वहीं मध्यप्रदेश में कांटे की टक्कर बनी हुई है. तेलंगाना में तेलंगाना राष्ट्रीय समिति सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभर रही है. मिजोरम के चुनाव नतीजे घोषित हो चुके हैं और यहां कांग्रेस बुरी तरह हारी है. मिजोरम में कांग्रेस को 5 तो वहीं मिजो नेशनल फ्रंट को 26 सीटें मिली हैं.