कोलोन फर्नीचर मेले में हल्के फर्नीचर की धूम
२१ जनवरी २०१९अपना घर हर किसी के लिए जरूरी होता है और अपने घर को बेहतर बनाने के लिए लोग काफी पैसे खर्च करते हैं. इसी को ध्यान में रखते हुऐ हर साल की तरह इस साल भी कोलोन की सालाना फर्नीचर प्रदर्शनी आईएमएम 14 से 20 जनवरी तक लगाई गई. इस साल लगभग 1300 प्रदर्शकों ने हिस्सा लिया जो 70 प्रतिशत जर्मनी के बाहर से आए थे. अमेरिका, ब्रिटेन, ब्राजील, बेल्जियम, ऑस्ट्रिया, क्रोएशिया, चीन, कनाडा, बुल्गारिया, फिनलैंड, इंडोनेशिया, इटली, यूक्रेन, तुर्की, ताइवान, मलेशिया, रूस, लक्जमबर्ग, और बोस्निया जैसे कई देशों ने प्रदर्शनी में अपनी पेशकश दी.
करीब 140 देशों से 1.3 लाख लोग प्रदर्शनी को देखने आए. इस साल का थीम रहा हल्के फर्नीचर जो ज्यादा जगह ना लें. रंग में ग्रे सबसे ज्यादा दिखाई दिया और उसके साथ कुछ प्रदर्शकों ने नारंगी, गहरा हरा, पीला, फिरोजी जैसे रंग भी पैश किए. दुनियाभर के सबसे बड़े ब्रांडों ने इस प्रदर्शनी में अपने नए और सबसे ज्यादा चलने वाले आइटम दिखाए.
प्रदर्शनी में हर तरीके के घर को सजाने के लिए फर्नीचर के सुझाव दिखे. छोटे से मकान में फंकी गुलाबी या पीला फर्नीचर लगाना हो या बड़े घर को सजाना हो, यहां हर तरह का फर्नीचर मौजूद था. इस साल पूरा एक सेक्शन आउटडोर फर्नीचर को दिया गया, जिसमें बालकनी या बगीचा सजाने के लिए कई छोटे बड़े फर्नीचर के आइडिया मिले.
सबसे ज्यादा ध्यान रिसाइकल किए गए मैटीरियल से बने फर्नीचर पर दिया गया. ये फर्नीचर पुरानी इस्तेमाल हुई लकड़ी, वॉशिंग मशीन के पुर्जों और शीशे से बने हैं. इनकी खासियत है कि खराब होने पर इन्हें बिना पर्यावरण को नुकसान पहुंचाए हटाया जा सकता है.
हर साल की तरह भारत ने भी प्रदर्शनी में हिस्सा लिया और सबसे ज्यादा धूम जोधपुर ने माचाई, जहां के लीला हैंडीक्राफ्ट की खास पेशकश रही रेलवे लाइन में लगने वाली लकड़ी से बना फर्नीचर. इसे स्लीपर वुड कहा जाता है. लीला हैंडीक्राफ्ट के मालिक सज्जन जांगिड़ ने डॉयचे वेले से बातचीत में कहा, "लोगों को स्लीपर वुड का फर्नीचर बहुत पसंद आ रहा है. हमें बहुत से ऑर्डर मिले हैं. लोग हमारे डिजाइन को काफी पंसद कर रहे हैं."
इस प्रदर्शनी को ग्यारह श्रेणियों में बांटा गया था जिसमें कम्फर्ट की श्रेणी में कुर्सी, मेज, दिवान और बिस्तर के लिए इस्तेमाल होने वाले कपड़े या चमड़े के कवर के कई नए विकल्प दिखाए गए. खास तौर पर बेडरूम और लिविंग रूम के लिए जो फर्नीचर इस्तेमाल होता है, उसको प्राइम श्रेणी का नाम दिया गया.
सोने के लिए तरह तरह के गद्दे और उसके साथ सोने के आंनद को बेहतर बनाने के लिए पूरा एक हिस्सा अलग से दिया गया. घर में रोशनी के लिए भी कई तरह के विकल्प दिखाए गए. खास तौर पर ग्रे रंग के साथ कौन सी लाइट अच्छी लगेगी, उससे जुड़ा बहुत कुछ दिखाया गया.
इसके अलावा रसोई के लिए कई ऐसे विकल्प दिखाए गए जो ना केवल नई तकनीक से लैस हैं, बल्कि कम से कम जगह में ज्यादा से ज्यादा काम के लिए बने हैं. इस श्रेणी में लिविंग किचन इस साल का सबसे बड़ा आकर्षण था, जिसमें किचन में लगने वाली हर चीज को दिखाया गया. साथ ही स्मार्ट घरों में रहने के सपने को कैसे साकार किया जाए, सबसे अच्छी तकनीक से घर को कैसे ऑटोमैटिक बनाया जाए, इस पर भी जानकारी दी गई. स्मार्ट की श्रेणी में 3डी, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और क्लाउड कंप्यूटिंग के उपयोग से घर को और आरामदायक बनाने पर ध्यान दिया गया.
आईएमएम कोलोन में हर साल सिर्फ नए फर्नीचर की प्रदर्शनी ही नहीं लगती, बल्कि कुछ प्रतियोगिताएं भी होती हैं, जिनमें सबसे अच्छे और इनोवेटिव आइडिया को इनाम दिया जाता है. इस साल रूस के इल्जा हुबेरलीजा हुबेर को लैंप के डिजाइन के लिए पहला इनाम दिया गया.