कोलोन फर्नीचर मेले 2019 में क्या था खास
दुनिया की सबसे बड़ी फर्नीचर प्रदर्शनी हर साल जर्मनी के कोलोन शहर में लगती है. इस साल रंगों पर काफी जोर दिया गया. हल्के फर्नीचर की भी धूम रही जो पर्यावरण के अनुकूल हो और ज्यादातर रिसाइकलिंग से बना हो.
बालकनी या बगीचे के लिए खास
बालकनी या बगीचा सजाने के लिए फर्नीचर आजकल खास तौर से ट्रेड में है. रिसाइकलिंग से ऐसा फर्नीचर तैयार किया गया हैं जो 12 महीने हर मौसम में इस्तेमाल हो सके. पुराना होने पर इन्हें पर्यावरण को नुकसान पहुंचाए बिना हटाया जा सकता है.
स्लीपर वुड रहा हिट
जोधपुर के लीला हैंडीक्राफ्ट ने रेलवे लाइन में लगने वाली लकड़ी से बने फर्नीचर से कई लोगों को आकर्षित किया. स्लीपर वुड पूरी तरह से रिसाइकल्ड और पर्यावरण के अनुकूल हैं.
कम जगह, ज्यादा काम
मेले में इस साल सबसे ज्यादा फोकस छोटे घरों पर है. लिविंग किचन नाम की इस श्रेणी में कई ऐसे उपकरण पेश किए गए जो सिर्फ एक मेज से ज्यादा नहीं हैं, लेकिन मगर काम पूरे किचन का कर सकते हैं. ये खासकर छोटे घरों के लिए बनाए गए हैं
छोटे घरों पर ध्यान
बड़े शहरों में रहने की जगह कम होती जा रही हैं इसलिए कोलोन फर्नीचर मेले 2019 में खासतौर पर छोटे मकानों को सजाने पर जोर दिया गया था.
रंगो की बहार
कोलोन फर्नीचर मेले में रंगों की बहार हर तरफ देखी जा सकती है. हरा, लाल, गुलाबी और नारंगी के साथ कई कंपनियों ने ग्रे को भी कई अलग अलग फर्नीचर में पेश किया.