कोरोना महामारी के बावजूद अबु धाबी में हथियारों का मेला
कोरोना ने भले ही दुनिया के कई इलाकों में कहर मचा रखा हो, हथियारों के सौदागरों के लिए मौका कारोबार रोकने का नहीं है. अबु धाबी में हथियारों का मेला लगा है.
करोड़ों के सौदे
संयुक्त अरब अमीरात ने अपने सुरक्षा बलों के लिए 136 करोड़ डॉलर के देसी और विदेशी सौदों की घोषणा की.
ड्रोन से लेकर आर्टिलरी
संयुक्त अरब अमीरात की हथियरों की खरीद में दक्षिण अफ्रीका के ड्रोन से लेकर सर्बिया में बनी आर्टिलरी शामिल है.
शुरुआती रिकॉर्ड
हर मेले के शुरू में हथियारों की खरीद की सुर्खियों वाली घोषणाएं होती हैं. अमीरात की इस साल की खरीद 2019 से ज्यादा है.
कितना सौदा
हालांकि विशेषज्ञों को उम्मीद है कि इस साल महामारी और तेल की गिरती कीमत के कारण कारोबार मंदा रहेगा.
दो साल पर लगता है मेला
अबु धाबी का हथियार मेला हर दो साल पर लगता है. इस साल हो रही रक्षा प्रदर्शनी लॉकडाउन के बाद पहली प्रदर्शनी है जिसमें लोग भाग ले रहे हैं.
बड़े बड़े लोग
राइफल, रॉकेट और बमों के बीच घूमते लोगों में अमीरात के बड़े बड़े अधिकारी तो थे ही, खुद क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन जायेदअल नहयान भी पहुंचे थे.
कोरोना की सावधानी
हथियारों की तरह हर कहीं हाथों को डिसइंफेक्ट करने वाला सैनेटाइजर भी दिख रहा था. और लोगों के मुंह मास्क से ढके थे.
अमेरिकी कंपनियां
अमेरिकी कंपनियों को हथियारों की बिक्री पर नई नीतियों का इंतजार है. ट्रंप प्रशासन अमीरात को 23 अरब डॉलर के लड़ाकू विमान बेचना चाहता था.
बढ़ी हथियारों की बिक्री
शांति शोध संस्थान सिपरी के अनुसार पिछले पांच सालों में मध्य एशिया में हथियारों की बिक्री 61 फीसद बढ़ी है.
चीन का रॉकेट
दुनिया के दूसरे सबसे बड़े हथियार निर्माता चीन ने असली साइज वाले बैलिस्टिक मिसाइल फायर ड्रैगन का प्रदर्शन किया.
रूस का कलाशनिकोव
रूस के पैवेलियन में अलग अलग तरह के कलाशनिकोव दिखलाए जा रहे थे तो पोलैंड के पैवेलियन में आत्मघाती ड्रोन.
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