कोरोना ने इन कंपनियों की सांस फुलाई
कोरोना के कारण अर्थव्यवस्था, खासकर पर्यटन और विमानन उद्योग पर बड़ी मार पड़ी है. विश्वव्यापी तालाबंदी ने कई बड़ी कंपनियों की सांस फुला दी है. महीनों से रनवे पर खड़े विमानों ने एयरलाइन और होटल उद्योग का बुरा हाल किया है.
रयान एयर
यूरोप की एक बड़ी बजट एयरलाइन रेयान एयर अपने तीन हजार कर्मचारियों को निकालने पर बात कर रही है. जिन कर्मचारियों को कंपनी निकालेगी नहीं, उनके वेतनों में भी कटौती की तैयारी हो रही है. भारी नुकसान के चलते कंपनी ये कदम उठा रही है.
टुई
पर्यटन सेक्टर की दिग्गज कंपनी टुई की हालत भी कोरोना ने खराब कर दी. कंपनी अपने आठ हजार कर्मचारियों को निकलने पर विचार कर रही है. कंपनी ने कोरोना संकट को पर्यटन उद्योग के लिए अब तक का सबसे बड़ा संकट करार दिया है.
हयात
दुनिया की मशहूर होटल चेन हयात भी अगले महीने अपने 1300 कर्मचारियों की छुट्टी कर रही है. इसके अलावा कंपनी ने वरिष्ठ पदों पर तैनात अधिकारियों के अलावा आम कर्मचारियों के वेतन में भी कटौती की है.
ब्रसेल्स एयर
ब्रसेल्स एयर अपने चार हजार कर्मचारियों में 25 प्रतिशत को हटाने के लिए मजबूर है. बेल्जियम में लुफ्थांसा की इस सहायक एयरलाइन ने रिस्ट्रक्चरिंग के तहत अपने बेड़े में विमानों की संख्या 54 से 38 करने का फैसला किया है.
एयर फ्रांस-केएलएम
फ्रांस की एयर फ्रांस और नीदरलैंड्स की केएलएम एयरलाइनों को मिलाकर बना यह समूह कर्मचारियों की संख्या में कटौती के लिए फ्रांस की मजदूर यूनियनों के साथ बात कर रहा है. कितने लोगों की नौकरी जाएगी, यह अभी साफ नहीं है. लेकिन कोरोना के कारण कंपनी को भारी घाटा उठाना पड़ा है.
यूनाइटेड एयरलाइंस
समाचार एजेंसी रॉयटर्स ने सूत्रों के हवाले से खबर दी है कि इस अमेरिकी एयरलाइंस ने अपने 25 हजार फ्लाइट अटेंडेटों को बता दिया है कि उसके पास जून में सिर्फ तीन हजार लोगों के लिए ही काम है. सरकार की मदद की बदौलत अभी एयरलाइन सभी कर्मचारियों को वेतन दे पा रही हैं, लेकिन हालात नहीं सुधरे तो ऐसा कब तक चलेगा.
डेल्टा एयरलाइन
अमेरिका की दिग्गज एयरलाइन डेल्टा ने यात्रियों से होने वाली कमाई का 95 फीसदी गंवाया है. कंपनी ने घोषणा की है कि वह लंबी दूरी वाले बोइंग 777 विमानों को रिटायर करेगी और इसी के साथ नौकरियों में कटौती का इशारा भी दिया गया है.
हिल्टन होटल्स
होटल चेन हिल्टन के दुनिया भर में 60 फीसदी होटलों में काम ठप है. चीन में इस चेन के 150 होटल कोरोना संकट के दौरान पूरी तरह बंद रहे. हालांकि चीन में हालात सुधरने के बाद अब ये होटल खुल गए हैं, लेकिन दुनिया के अन्य इलाकों में हालात अब भी गंभीर हैं.