कैलिफोर्निया के पत्थर बयां करते मानव इतिहास की नई कहानी
२ मई २०१७यह अमेरिकी पुरातत्व विज्ञान की एक बड़ी खोज साबित हो सकता है. शोधकर्ताओं के मुताबिक उन्हें जो पत्थरों के औजार और टूटी हुई मेस्टोडोन हड्डियां मिली हैं उससे लगता है कि मनुष्य अमेरिका तक 130 हजार साल पहले ही पहुंच गया होगा. सेन डियागो नेचुरल हिस्ट्री म्यूजियम के पेलियोन्टोलॉजिस्ट टॉम डेमेरे के मुताबिक अब तक मानव के होने के जो सबूत मिलते हैं वह महज 14-15 हजार साल से इंसान के होने की कहानी बयां करते हैं लेकिन सेन डियागो से प्राप्त डेटा तकरीबन 10 गुना समय पहले इंसान के होने की बात कहता है.
साउथहेम्प्टन विश्वविद्यालय के पेलियोलिथिक पुरातत्ववेत्ता जॉन मैकनैब के मुताबिक अगर 130 हजार साल की तारीख सही बैठती है तो यह अब तक अमेरिकी पुरात्तव जगत की सबसे बड़ी खोज में से एक होगी. मैकनैब इस रिसर्च से जुड़े नहीं हैं और उनके मन में इसे लेकर तमाम आशंकायें भी हैं.
हालांकि अब तक किसी मानव कंकाल के अवशेष नहीं मिले हैं. लेकिन जिस तरह से टूटी हुई हड्डियां मिली हैं उसे देखकर शोधकर्ताओं ने माना है कि इसके लिये मानव ही जिम्मेदार रहे होंगे. शोधकर्ताओं ने हाथी की हड्डियों पर तुलनीय उपकरण का प्रयोग करते हुए इसी तरह फ्रैक्चर पैटर्न भी तैयार किया है.
सेंटर फॉर अमेरिकन पुरात्तवेत्ता पेलियोलिथिक रिसर्च के स्टीवन होलन कहते हैं कि लोगों ने इस मेस्टोडोन हड्डी को औजार बनाने के लिये इस्तेमाल किया होगा या हो सकता है खाने के लिए हड्डी से मज्जा (मैरो) निकालने के लिए किया होगा.
अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण के जेम्स पैसेस ने मेस्टोडोन की हड्डियों, दांत और सूड़ के समय का निर्धारण करने के लिए अत्याधुनिक डेटिंग पद्धतियों का इस्तेमाल किया है और वह तकरीबन 131 हजार वर्ष पुरानी कही जा रही है.
वहीं कुछ वैज्ञानिक यह भी कह रहे हैं कि हो सकता है कि ये हड्डियां प्राचीन मानव द्वारा तोड़े जाने के बदले वर्तमान में इस्तेमाल होने वाले भारी उपकरणों के चलते टूट गई होंगी.
एए/एमजे (रॉयटर्स)