कितनी दमदार है इस्राएली सेना?
अरब दुनिया में इस्राएल अकेला गैर मुस्लिम देश है. उसकी आबादी लगभग अस्सी लाख है. लेकिन रणनीति और सैन्य क्षमताओं के कारण वो मध्य पूर्व के सबसे अहम देशों में से एक है.
गठन
1948 में इस्राएली राष्ट्र के गठन के कुछ समय बाद ही इस्राएली सेना का गठन किया गया, जिसका आधिकारिक नाम इस्राएली डिफेंस फोर्स है.
युद्धों से पड़ा पाला
गठन के साथ ही इस्राएल को मिस्र, जॉर्डन, सीरिया, लेबनान और इराक के साथ युद्ध लड़ने पड़े. ऐसे में, इस्राएल ने अपनी सैन्य क्षमता को लगातार मजबूत किया.
दक्षता
यही वजह है कि युद्ध के मोर्चे पर इस्राइल की सैन्य दक्षता की कई बार मिसालें दी जाती हैं.
गाजा में कार्रवाई
हाल के सालों में इस्राएली सेना गाजा में अपनी कार्रवाई को लेकर चर्चा में रही है. जुलाई 2014 में वहां इस्राएली सेना की कार्रवाई में दो हजार से ज्यादा लोग मारे गए.
कितने हैं सैनिक
इस्राएली सेना में पौने दो लाख सक्रिय सैनिक हैं जबकि रिजर्व सैनिकों की तादाद साढ़े चार लाख के आसपास है.
अनिवार्य सेवा
इस्राएल में महिला हो या पुरूष, 18 साल का होने पर हर नागरिक के लिए सेना में अपनी सेवाएं देना अनिवार्य है.
महिलाओं की भूमिका
आम तौर पर महिलाएं दो साल तक अपनी सेवाएं देती हैं जबकि पुरुष तीन साल. महिलाओं को अक्सर युद्धक अभियानों पर नहीं भेजा जाता है.
महिला फाइटर
भले ही महिलाओं को युद्धक अभियानों पर न भेजा जाता हो, सेना में महिला पायलट और थल सेना ईकाई हैं.
अत्याधुनिक साजोसामान
इस्राएल मध्य पूर्व में अमेरिका का अहम सहयोगी है इसलिए उनकी सेना अत्याधुनिक साजोसामान से लैस है.
परमाणु शक्ति
टैकों, मिसाइलों और लड़ाकू विमानों के अलावा इस्राएल दुनिया के उन चंद देशों में शामिल है जिनके पास परमाणु हथियार बताए जाते हैं.