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कारोबारी युद्ध के साए में ट्रंप पुतिन वार्ता

१६ जुलाई २०१८

हेलसिंकी में हो रही अमेरिका रूस शिखर वार्ता से पहले यूरोपीय परिषद के अध्यक्ष डोनल्ड टुस्क ने राष्ट्रपति ट्रंप और पुतिन से अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था को नष्ट नहीं करने की अपील की है.

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Finnland Treffen Trump & Putin | Ankunft Donald Trump & Ehefrau Melania
तस्वीर: Imago/UPI Photo

टुस्क ने अमेरिका और रूस के नेताओं से अपील कि वे व्यापार युद्ध और विवादों को रोकने के लिए यूरोपीय संघ के साथ सहयोग करें. उन्होंने ये बातें चीन में कही जहां ट्रंप पुलिस शिखर भेंट से पहले चीन और यूरोपीय संघ की सालाना शिखर वार्ता शुरू हुई है. शिखर भेंट से पहले अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप यूरोपीय संग, चीन और रूस तीनों को अमेरिका का विरोधी बता चुके हैं. टुस्क ने कहा, "हमें पता है कि हमारी आंखों के सामने दुनिया का ढांचा बदल रहा है और इसे बेहतर के लिए बदलना हमारी साझा जिम्मेदारी है."

पिछले हफ्ते नाटो के शिखर भेंट से पहले टुस्क ने ट्रंप की यूरोपीय संघ की नियमित आलोचना की पृष्ठभूमि में उन्हें आगाह करते हुए कहा था कि पुतिन से मिलते समय उन्हें याद रखना चाहिए कि उनके दोस्त कौन हैं. बीजिंग में टुस्क ने कहा कि यूरोप, चीन, अमेरिका और रूस की साझा जिम्मेदारी है कि विश्व व्यवस्था न बिगड़े. उन्होंने इन देशों से विश्व व्यापार संगठन में सुधारों की प्रक्रिया मिलजुलकर शुरू करने की अपील की.

Russland WM 2018 Frankreich gegen Kroatien
तस्वीर: Reuters/

अमेरिका ने पिछले दिनों यूरोपीय संघ, चीन, रूस और भारत सहित कई देशों के मालों पर अतिरिक्त शुल्क लगा दिया था. चीन के 34 अरब डॉलर के मूल्य के माल पर 25 प्रतिशत शुल्क इन आरोपों के बाद लगाया गया कि बीजिंग तकनीकी देने के लिए दबाव डालकर अमेरिकी कंपनियों को नुकसान पहुंचा रहा है. अमेरिका ने यूरोपीय संघ, कनाडा और मेक्सिको से आने वाले स्टील और अल्युमिनियम पर भी आयात शुल्क लगा दिया है. यूरोपीय संघ ने भी बदले में 3.23 अरब डॉलर के सामान पर जवाबी शुल्क लगाया है.

चीन और यूरोपीय संघ ने मुक्त व्यापार व्यवस्था और वैश्विक नियामक पद्धति को बचाने के कदम उठाने की बात कही है, लेकिन यूरोपीय संघ की बड़ी चिंता ये है कि ट्रंप कहीं पुतिन के साथ अलग से समझौते न कर लें. शिखर भेंट से पहले राष्ट्रपति ट्रंप ने रूस के साथ संबंधों को अत्यंत खराब बताते हुए खुद अपने देश को उसके लिए जिम्मेदार बताया है. तो दूसरी ओर रूस ने नॉर्ड स्ट्रीम गैस पाइपलाइन पर ट्रंप के बयानों की आलोचना की है.

दोनों राष्ट्रपतियों के बीच अमेरिका और रूस के पारस्परिक संबंधों के अलावा व्यापार युद्ध, ईरान के संबंध और सीरिया की स्थिति पर चर्चा होगी. क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेशकोव ने कहा है कि सीरिया वार्ता मॉस्को के साथी ईरान पर अमेरिकी रुख के कारण आसान नहीं होगी.

एमजे/ओएसजे (एपी)