बड़े शहरों में प्रदूषण का मुख्य कारण है ट्रैफिक. संयुक्त राष्ट्र का अनुमान है कि साल 2050 तक दुनिया की दो तिहाई आबादी शहरों में रहा करेगी. तो आप सोच सकते हैं कि हालात कितने खराब हो जाएंगे. ऐसा ना हो सके इसके लिए जर्मनी की राजधानी बर्लिन में लोग ऐसे प्रोजेक्ट पर काम कर रहे हैं जिनसे उनके शहर और हरे भरे हो सकेंगे.