जद हाई हील ते नच्चे.. तां तू बड़ी जच्चे
आजकल हाई हील के पर्याय बन चुके स्टिलेटोज असल में 1953 में शुरु हुए. लेकिन ईसा पूर्व 4,000 में प्राचीन मिस्र के गुंबदों में बनी म्यूरल कला में भी इसकी तस्वीर दिखती है.
सदियों से ऊंची एड़ी के जूते केवल महिलाओं ही नहीं पुरुषों के लिए भी चलन में रहे. ईसा पूर्व 4,000 में प्राचीन मिस्र के गुंबदों में बनी म्यूरल कला में भी इसकी तस्वीर दिखती है.
हाल की कुछ सदियों में ऊंची एड़ी के जूतों को प्रचलन में बनाए रखने के लिए वेनिस की वेश्याओं, ब्रिटेन के शाही परिवार और पेरिस के डिजायनरों को श्रेय देना होगा. आजकल जैसे जूतों का सबसे पुराना सबूत ईसा पूर्व 3,500 BC का है, जो अर्मेनिया की गुफा से मिला था.
टोरंटो के बाटा शू म्युजियम की क्यूरेटर एलिजाबेथ सामेलहाक ने हाई हील के शुरुआती सबूत 9वीं सदी में फारस के घुड़सवारों के जूतों में पाए थे. जूतों में हील इसलिए जोड़ी गई ताकि घुड़सवार को अपने पैर रकाब में फंसाने में आसानी हो.
16वीं सदी के अंत में फारस के शाह अब्बास प्रथम के पास दुनिया की सबसे बड़ी सेना थी. वह पश्चिमी यूरोप के शासकों के साथ संबंध बना कर अपने शत्रु ऑटोमन सल्तनत को हराना चाहता था. इस तरह फारस के लोगों के साथ पर्शियन स्टाइल के जूते यूरोप पहुंचे जिन्हें शासक वर्ग ने हाथों हाथ लिया.
इतिहास के सबसे चर्चित जूतों के संग्रहकर्ता का नाम आए, तो उसमें फ्रांस के 5 फीट, 4 इंच के राजा लुई चौदहवें और आधुनिक काल में फिलीपींस की फर्स्ट लेडी इमेल्डा मार्कुस का नाम जरूर दर्ज होगा.
1960 और 70 के दशक में पुरुषों के लिए काउबॉय हील्स का चलन लौटा. इस दौर के कई पॉप स्टारों ने इसे लोकप्रिय बनाने में अहम भूमिका निभाई. जैसे 1973 में डेविड बोवी के पहने ये जूते.
हॉलीवुड की मशहूर अदाकारा मर्लिन मुनरो ने कहा था, "मुझे नहीं पता कि हाई हील का आविष्कार किसने किया...लेकिन जिसने भी किया महिलाएं उसकी बड़ी आभारी हैं." हाई हील का आविष्कार नहीं हुआ बल्कि समय के साथ यह चलन में में आता गया और बदलता गया.
आजकल हाई हील के पर्याय बन चुके स्टिलेटोज असल में 1953 में शुरु हुए. डिजायनर क्रिस्चियन डिओर ने फ्रेंच जूतों की स्टाइल को दूसरे विश्व युद्ध के बाद फिर से जीवित किया. डियोर के लिए काम करने वाले डिजायनर रॉजर विवियर को स्टिलेटो के आविष्कार का श्रेय दिया जाता है.