कई जिंदगियां ले डूबा इटली का पुल
१५ अगस्त २०१८इटली के तटवर्ती शहर जेनोवा का मोरांडी ब्रिज मंगलवार को बड़े हादसे का शिकार हुआ. दक्षिणी फ्रांस और दक्षिणी इटली को जोड़ने वाले विशाल पुल का बड़ा हिस्सा बीच से टूट गया. हादसे में कम से कम 35 लोगों की मौत हो गई. पुल के 100 मीटर लंबे हिस्से के साथ 30 गाड़ियां और तीन भारी वाहन भी मलबे में दब गए. राहतकर्मियों को आशंका है कि मृतकों की संख्या बढ़ सकती है.
पुल को जेनोवा का "ब्रुकलिन ब्रिज" कहा जाता था. 1967 में बनाए गए इस पुल का नाम डिजायनर रिकार्डो मोरांडी के नाम पर रखा गया था. इटली की सिविल इंजीनियरिंग सोसाइटी के मुताबिक 1950 और 1960 के दशक में बनाए गए पुलों की उम्र करीब 50 साल ही थी. सोसाइटी के मुताबिक उस वक्त कंक्रीट ही सबसे अच्छे तकनीक समझी जाती थी.
प्रशासन को पता था कि पुल अपनी उम्र पूरी कर चुका है. अधिकारियों के मुताबिक निगरानी के साथ पुल की मरम्मत की जा रही थी. हादसा तूफान के दौरान हुआ. कुछ चश्मदीदों का कहना है कि उन्होंने पुल पर बिजली गिरते हुए देखी.
तमाम कयासों के बीच प्रशासन पर हर तरफ से अंगुलियां उठ रही हैं. दो साल पहले जेनोवा यूनिवर्सिटी में कंक्रीट कंस्ट्रक्शन के प्रोफेसर एंटोनियों ब्रेनसिच ने इस पुल को लेकर गंभीर आपत्तियां जाहिर कीं. एक इंटरव्यू के दौरान ब्रेनसिच ने कहा कि पुल "इंजीनियरिंग की नाकामी" है, "यह पुल खराब है. आज या कल इसकी जगह नया पुल बनाना ही होगा. मैं नहीं जानता कि ये कब होगा. लेकिन एक समय ऐसा आएगा जब इस पुल की मरम्मत का खर्च नया पुल बनाने से भी ज्यादा हो जाएगा."
पुल हादसे ने यूरोप के पुराने हो चुके पुलों की सुरक्षा पर चल रही बहस को और गंभीर कर दिया है. ब्रिटेन की साउथ हैम्पटन यूनिवर्सिटी में स्ट्रक्चरल मैकेनिक्स के एसोसिएट प्रोफेसर मेहदी कशानी कहते हैं कि वक्त के साथ ट्रैफिक के बढ़ते बोझ और हवाओं ने जरूर पुल के कई हिस्सों को ढीला कर दिया होगा.
ओएसजे/एनआर (एपी, एएफपी, डीपीए)