ऐसा क्या खास है जर्मनी की सौना संस्कृति में
सर्दियों में गर्म भाप का स्नान. यह सर्दी से तो बचाता ही है साथ ही शरीर और दिमाग को रिलेक्स और तरोताजा भी करता है. जर्मनी में सौना के कई कायदे हैं.
सौना से पहले स्नान
सौना में जाने से पहले नहाना जरूरी होता है. नहाने से शरीर पर लगी हल्की धूल धक्कड़ निकल जाती है. इसके बाद गर्म भाप का सौना लिया जाता है और त्वचा के रोम रोम खुलने लगते हैं.
भरपूर वक्त दें
सौना, एक ऐसी जगह है जहां लोग मानसिक और शारीरिक रूप से खुद को भरपूर आराम देते हैं. विशेषज्ञ कहते हैं कि सौना के लिए कम से कम तीन घंटे का समय होना चाहिए, तब जाकर इसका पूरा फायदा उठाया जा सकता है.
निर्वस्त्र या तौलिए में?
सौना में कैसे जाना चाहिए, ये उस देश की संस्कृति पर निर्भर करता है. जर्मनी में लोग सौना के भीतर पूरी तरह निर्वस्त्र रहना पसंद करते हैं. जिन्हें ऐसा करने में लज्जा आती हो, वे खुद को तौलिए में लपेटते हैं. सौना का असली मकसद पूरे शरीर से पसीना निकालना है.
बीच बीच में ब्रेक
सौना आम तौर पर महंगा होता है, लेकिन इसका मतलब ये नहीं कि पाई पाई वसूलने के चक्कर में खूब वक्त बिताया जाए. बेहद गर्म भाप के बीच 15 मिनट गुजारने के बाद ब्रेक लिया जाता है. फिर 15 मिनट का अगला सेशन.
निजता का सम्मान करें
सौना के पब्लिक बाथरूम में महिलाएं और पुरुष एक साथ बैठते हैं. इस दौरान एक दूसरे की निजता का सम्मान किया जाता है. सौना में किसी को घूरना नहीं चाहिए.
शांति बनाए रखें
सौना में शांति बनाए रखनी जरूरी है. शांति में बाधा डालने वाले शख्स को दूसरों की तल्खी का सामना करना पड़ सकता है.
मरीज न जाएं
बीमारी, चो़ट या जुकाम से पीड़ित लोगों को सौना बिल्कुल नहीं जाना चाहिए. बीमारी से लड़ते शरीर पर सौना बहुत दबाव डालता है. इसके साथ ही सौना के गर्म माहौल में बैक्टीरिया और वायरस आराम से दूसरे लोगों को संक्रमित कर सकते हैं.
बेहद ठंडे पानी से नहाना
सर्दियों में सौना शरीर में नई ऊर्जा भर देता है. सौना की गर्मी की वजह से शरीर खुलता है और रक्त प्रवाह तेज हो जाता है. शरीर को सामान्य स्थिति में लाने के लिए सौना के बाद बेहद ठंडे पानी में तैरना या उससे नहाना जरूरी होता है.
अल्कोहल बिल्कुल नहीं
सौना की गर्म भाप शरीर से खूब पसीना निकालती है, इससे शरीर में पानी की कमी होती है. ऐसे में पानी, जूस या चाय पीकर शरीर को तरल रखा जाता है. अल्कोहल शरीर को डिहाइड्रेट कर देता है.
सौना के बाद आराम
सौना के दौरान शरीर में कई प्रक्रियाएं होती हैं, इनसे शरीर थक जाता है. इसीलिए सौना के बाद आराम करना जरूरी है.