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एशिया प्रशांत में युद्धपोत बढ़ाएगा अमेरिका

२ जून २०१२

भारत और दक्षिण पूर्वी एशिया के साथ संबंध बढ़ा रहा अमेरिका आने वाले सालों में अमेरिका ज्यादा यु्द्धपोत एशिया प्रशांत इलाके में तैनात करना चाहता है. चीन को बांधने कोशिश नहीं कर रहा अमेरिका

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तस्वीर: AP

अमेरिकी रक्षा मंत्री लियोन पैनेटा ने सिंगापुर में शांग्री ला सुरक्षा सम्मेलन के दौरान कहा कि अमेरिका चीन को विश्व शक्ति के तौर पर उभरने से नहीं रोकना चाहता है जिस वजह से वह एशियाई देशों के साथ साझेदारी कर रहा है. दक्षिण चीन सागर के मुद्दे पर पैनेटा ने इस बात को माना कि अमेरिका चीन के नजरिए का समर्थन नहीं करता. उन्होंने कहा, "हम दोनों को पता है कि हमारे पास साथ काम करने, संपर्क बेहतर करने और सैन्य संबंध बेहतर करने के अलावा कोई चारा नहीं है. आखिरकार हम चीन के साथ इसी तरह के संबंध चाहते हैं." चीन में कुछ अधिकारियों का मानना है कि एशिया में अमेरिका सैन्य साझेदारी स्थापित करने में लगा हुआ है और दक्षिण चीन सागर जैसे कई इलाकों पर चीन के दावे को खत्म करने की कोशिश कर रहा है. सालाना सुरक्षा सम्मेलन में पैनेटा ने कहा है कि अमेरिकी सेना प्रशांत महासागर वाले इलाके पर ध्यान देना चाहती है.

सात दिन के एशिया दौरे में पैनेटा सिंगापुर के बाद वियतनाम और भारत की यात्रा करेंगे. हाल ही में दक्षिण चीन सागर को लेकर फिलिपींस और चीन का आपस में टकराव हो गया चीन, फिलिपींस, जापान और कई दक्षिण पूर्वी एशियाई देश दक्षिण चीन सागर पर अपना हक बताते हैं. इसके अलावा हिंद महासागर और मलक्का जलमार्ग भी व्यापार के लिए अहम हैं. इस सिलसिले में बात कर रहे भारतीय रक्षा मंत्री एके एंटनी ने कहा, "समुद्री आजादी का मजा केवल कुछ ही देशों को नहीं मिलना चाहिए. हमें देशों के अधिकार और विश्व समुदाय की आजादी के बीच का रास्ता ढूंढना होगा." सम्मेलन में आए अधिकारियों ने कहा कि एशिया के सागरों में तेल, गैस, मछली और अन्य संसाधन इलाके को बहुत ही अहम बनाते हैं. साथ ही यहां समुद्री डाकुओं और आतंकवादियों का भी डर बना रहता है.

Japan China Streit um Seegebiet Fischereikontrolle im Südchinesischen Meer Insel
तस्वीर: picture alliance / AP Photo

पिछले सालों के मुकाबले चीन का प्रतिनिधि दल इस साल काफी कम रहा. पिछले साल चीन के रक्षा मंत्री लियां ग्वांगलिये ने अस वक्त के अमेरिकी रक्षा मंत्री रॉबर्ट गेट्स से मुलाकात की थी. पैनेटा ने कहा है कि वह चीन के साथ एक "स्वस्थ, स्थिर, भरोसेमंद और लंबे समय तक चलने वाले" सैन्य साझेदारी के लिए पर्तिबद्ध है लेकिन चीन को अपने इलाके में अधिकारों को परिभाषित करना होगा और झगड़े खत्म करने होंगे. पैनेटा ने कहा कि अमेरिका अपनी नौसेना के 60 प्रतिशत युद्धपोतों को एशिया प्रशांत इलाके में तैनात करना चाहता है. इस वक्त यह 50 प्रतिशत है. हालांकि अमेरिका की वित्तीय हालत इस परियोजना में बाधाएं ला सकती है. लेकिन पैनेटा का कहना है कि जापान, दक्षिण कोरिया, थाइलैंड, फिलिपींस, ऑस्ट्रेलिया के साथ समझौतों और भारत, सिंगापुर और इंडोनेशिया के साथ साझेदारी से अमेरिकी प्रतिबद्धता का पता चलता है.

रिपोर्टः एमजी/ एमएम (रॉयटर्स)