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उड़ान भरेगी इंडिगो, तेवर पड़े ढीले

१ अगस्त २००९

केंद्र सरकार के सख़्त रवैये के बाद भारत में निजी एयरलाइन कंपनियों के हड़ताली तेवरों में नरमी आने लगी है. एक प्रमुख निजी एयरलाइन कंपनी इंडिगो ने 18 अगस्त को हड़ताल में शामिल न होने का फ़ैसला किया है.

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यात्रियों के लिए राहत भरी ख़बरतस्वीर: AP

सरकार की चेतावनियों के बाद शनिवार रात इंडिगो एयरलाइंस के अध्यक्ष आदित्य घोष ने कहा कि इंडिगो 18 अगस्त को उड़ान भरेगी. घोष ने अन्य साथी कंपनियों को भी सुझाव देते हुए कहा कि इस मसले पर सभी को एक साथ मंत्रालय से बातचीत करनी चाहिए. इसके बाद किंगफिशर एयरलाइंस के प्रमुख विजय माल्या ने भी कहा है कि वह सरकार से बिना शर्त बातचीत के लिए तैयार हैं.

18 अगस्त को एक भी घरेलू उड़ान न भरने के एलान करने वाली निजी एयरलाइन कंपनियों को सरकार के कड़े रुख़ का सामना करना पड़ रहा है. देश में हवाई यातायात संबंधी नियम क़ायदे तय करने और उन पर नज़र रखने वाली संस्था डीजीसीए ने निजी एयरलाइन कंपनियों से स्पष्ट शब्दों में कहा कि अगर वे 18 अगस्त को उड़ान नहीं भरेंगी तो उन्हें 48 घंटे के भीतर यात्रियों को टिकट बुकिंग का पैसा वापस करना होगा.

डीजीसीए के बाद नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने भी निजी एयरलाइन कंपनियों को कई झटके दिए. नागरिक उड्डयन मंत्री प्रफुल्ल पटेल ने कहा कि. ''अगर ज़रूरत पड़ी तो डीजीसीए यात्रियों के हितों को ध्यान में रखकर ज़रूरी कदम उठाएगा. यात्रियों की सहूलियत के लिए एयर इंडिया के विमान अतिरिक्त उड़ान भरेंगे.'' पटेल ने यह भी स्पष्ट कर दिया कि हड़ताल करने वाली एयरलाइन कंपनियों के ख़िलाफ़ कार्रवाई की जाएगी.

दरअसल भारत की आठ प्रमुख एयरलाइन कंपनियां विमान के ईंधन पर लगने वाला सेल्स टैक्स और एयरपोर्ट शुल्क कम करने की मांग कर रही है. ये सभी कंपनियां फे़डरेशन ऑफ इंडियन एयरलाइंस नाम के संगठन में शामिल हैं.

इन मांगों पर नागरिक उड्डयन मंत्री पटेल का कहना है कि एयर टरबाइन फ़्यूल की कीमतों का मामला तो तब से चला आ रहा है जब कई एयरलाइन कंपनियां बाज़ार में आई भी नहीं थी. अपने रुख़ में किसी भी नरमी का संकेत न देते हुए पटेल ने कहा कि घाटे की मार सह रही प्राइवेट एयरलाइन्स को सरकार किसी तरह की आर्थिक मदद नहीं देगी.

रिपोर्ट: एजेंसियां/ओ सिंह

संपादन: एस गौड़